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IIT कानपुर ने की अनोखी पहल, हिंदू धर्म ग्रंथों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सहेजा

अगर हिन्दू ग्रंथों की जानकारी चाहिए तो आप आईआईटी कानपुर को संपर्क कर सकते हैं, सुनने में खबर थोड़ी हैरान करने वाली है लेकिन तकनीकी शिक्षा में ऊंचा मुकाम हासिल करने वाली संस्थान आईआईटी कानपुर की तरफ से अनोखी पहल की गई है।

Updated on: 11 Jan 2018, 10:26 PM

नई दिल्ली:

अगर हिन्दू ग्रंथों की जानकारी चाहिए तो आप आईआईटी कानपुर को संपर्क कर सकते हैं, सुनने में खबर थोड़ी हैरान करने वाली है लेकिन तकनीकी शिक्षा में ऊंचा मुकाम हासिल करने वाली संस्थान आईआईटी कानपुर की तरफ से अनोखी पहल की गई है।

इसी विषय पर देखिए न्यूज नेशन का खास कार्यक्रम शाम 6 बजे से।

आईआईटी कानपुर ने हिंदू पवित्र ग्रंथों के डिजिटलाइजेशन की अनोखी प्रक्रिया शुरू की है, जिसके तहत हिंदू ग्रंथ और पुराण ऑडियो और टेक्स्ट के रूप में यहां उपलब्ध रहेंगे। IIT कानपुर यह अनोखी शुरुआत करने वाला देश का पहला इंजिनियरिंग कॉलेज बन गया है।

यह सेवा कॉलेज के आधिकारिक पोर्टल पर शुरू की गई है, जहां पर www.gitasupersite.iitk.ac.in का लिंक दिखाई देता है। अपलोड किए नौ पवित्र ग्रंथों में श्रीमद भगवद्गीता, रामचरितमानस, ब्रह्मा सूत्र, योगसूत्र, श्री राम मंगल दासजी और नारद भक्ति सूत्र शामिल हैं।

आईआईटी कानपुर के छात्रों ने 10 साल पहले ये वेबसाइट बनाई थी। इसमें वेदों, उपनिषदों और गीता के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। कुछ महीने पहले से इस वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन की बाढ़ सी आ गई है।

क्या तकनीकी संस्थान को धर्म से जुड़े कामों में दखल देना चाहिए, इस पर आईआईटी के प्रोफेसरों का कहना है कि वो सिर्फ परंपराओं को सहेज कर रखने का काम कर रहे हैं और इसे विवादों में नहीं घसीटना चाहिए।