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एआईसीटीई और आईआईटी गुवाहाटी के बीच समझौता

एआईसीटीई और आईआईटी गुवाहाटी के बीच समझौता

Updated on: 31 Aug 2021, 07:20 PM

दिल्ली:

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) और आईआईटी गुवाहाटी ने पिछले साल एक साल की अवधि के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। यह समझौता पूर्वोत्तर में तकनीकी संस्थानों को सहायता प्रदान करने, पानी और ऊर्जा की समस्याओं को सुधारने में मदद करने के लिए है। मौजूदा एमओयू को दो वर्षों के लिए बढ़ा दिया गया है।

प्रो. टी. जी. सीताराम निदेशक आईआईटी गुवाहाटी और प्रो. अनिल डी. सहस्रबुद्धे, अध्यक्ष एआईसीटीई ने इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। यह समारोह आईआईटी गुवाहाटी के बोर्ड रूम में आयोजित किया गया।

नए समझौता ज्ञापन में आवश्यक तकनीकी प्रशिक्षण की सुविधा के लिए आईआईटी का समर्थन भी शामिल है। उत्तर-पूर्व के लिए एआईसीटीई की इंटरनेट योजनाओं को आईआईटी गुवाहाटी तकनीकी मदद प्रदान करेगा।

प्रो. टी. जी. सीताराम ने कहा, एआईसीटीई और आईआईटी गुवाहाटी दोनों की रुचि अनुसंधान को बढ़ावा देने में है। देश के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र (एनईआर) में विकास और गुणवत्ता में सुधार करने में है। आईआईटी गुवाहाटी में विशेषज्ञता और प्रौद्योगिकियों का एक बड़ा भंडार है यह हमारा एक समन्वित प्रयास है।

आईआईटी गुवाहाटी और एआईसीटीई मिलकर तकनीकी संस्थानों की कार्यात्मक दक्षता में वृद्धि करेंगे। इससे उत्तर पूर्व के दूर-दराज के क्षेत्रों में, जो शिक्षा की गुणवत्ता और क्षमता निर्माण में सुधार किया जा सकेगा। यह जमीनी स्तर पर उत्तर पूर्व के आम लोगों के जीवन को बदलने के लिए महत्वपूर्ण होगा।

पूर्वोत्तर क्षेत्र एआईसीटीईं में पानी के समाधान के लिए एआईसीटीई द्वारा अनुमोदित संस्थानों को वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है। इनमें सामान्य रूप से वैकल्पिक बिजली सहायता प्रदान करना, और, अब चरण-द्वितीय में इंटरनेट कनेक्शन शामिल है। यह तकनीकी की कार्यात्मक दक्षता को बढ़ाने के लिए एक लंबा रास्ता तय करेगा।

प्रोफेसर अनिल डी सहस्रबुद्धे ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन एआईसीटीई और आईआईटी के बीच सहयोग के लिए एक सतत संस्थागत ढांचे को सक्षम करेगा।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.