logo-image

IIT दिल्ली की कोरोना टेस्ट किट को ICMR की मंजूरी, 300 रुपये में होगी जांच

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली ने कोरोना की जांच के लिए सस्ती किट बनाई है. ICMR की लैब से पुष्टि के बाद इसे मंजूरी भी मिल गई है. यह देश की अब तक सबसे सस्ती किट है, वहीं इससे बेहतर और सटीक परिणाम आएंगे. आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर राम ग

Updated on: 24 Apr 2020, 05:23 PM

नई दिल्ली:

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली ने कोरोना की जांच के लिए सस्ती किट बनाई है. ICMR की लैब से पुष्टि के बाद इसे मंजूरी भी मिल गई है. यह देश की अब तक सबसे सस्ती किट है, वहीं इससे बेहतर और सटीक परिणाम आएंगे.

कम कीमत है खासियत

आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर राम गोपाल राव ने बताया कि इस किट से एक टेस्ट की कीमत 300 रुपये होगी. यह किसी भी कमर्शियल किट से जल्दी काम करेगी. हलांकि इसकी निश्चित समय सीमा के बारे में जानकारी नहीं मिली है. इस तकनीक को ICMR की तरफ से अप्रूवल मिलने पर उन्होंने संस्थान के शोधार्थियों को बधाई दी और कहा कि हम कोरोना से जुड़े संस्थान में हो रहे अन्य शोध को भी जल्द ही सामने लाएंगे.

IIT दिल्ली स्थित कुसुमा स्कूल ऑफ बायोलॉजिकल साइंसेज (KSBS) के शोधकर्ताओं ने इसे बनाया है. इस तरह की मंजूरी लेने वाला IIT दिल्ली ऐसा पहला शैक्षणिक संस्थान है. ज्ञात हो कि भारत ने चीन से भी जांच किट मंगाई थी लेकिन उसकी गुणवत्ता को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं.

यह भी पढ़ें- डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना मरीजों के शरीर में रसायन डालने की दी सलाह तो स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कही ये बात

शोध से जुड़े प्रो. बिस्वजीत कुंडु कहते हैं कि हम किट की सटीक कीमत अभी नहीं बता सकते. क्योंकि अभी जो विदोशों में किट उपलब्ध है, उससे प्रति टेस्ट का खर्च लगभग 4500 रुपये है. हमारी किट जो भी कंपनी बनाएगी वही इसकी लागत के मुताबिक कीमत तय करेगी. लेकिन उम्मीद है कि इस किट का अगर कोई कंपनी बड़े पैमाने पर उत्पादन करती है तो इसकी कीमत काफी कम होगी.

यह भी पढ़ें- चिराग पासवान ने नीतीश सरकार पर लगाए आरोप, कामकाज पर उठाए सवाल

प्रो. कुंडू का कहना है कि इस तकनीक को पेटेंट करा लिया गया है. इसे IIT दिल्ली के ही फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर ने पेटेंट किया है. IIT दिल्ली के सभी पेटेंट यही करती है. हमारी एक किट से 30 से 50 टेस्ट किए जा सकते हैं. एक पूरी किट की कीमत 9 हजार से 15 हजार के बीच हो सकती है. कई कंपनिया इसमें रुचु भी दिखा रही हैं. 9 अप्रैल को किट ICMR को दिया गया था. उसके बाद किट को मंजूरी मिली है. इससे पहले भी किट को परीक्षण के लिए दिया था, लेकिन तब मंजूरी नहीं मिली थी.