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कोरोना से बचना है, तो इन आदतों में करें बदलाव, ICMR ने बताए ये उदाहरण, सतर्क रहें सुरक्षित रहें

कोरोना के कहर ने पूरी दुनिया को अस्त व्यस्त कर दिया है. फैल रहे इसका संक्रमण सबसे बड़ी चिंता का विषय हो गया है. इस बीच इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ICMR ने देशवासियों के हित में कुछ बातों पर जोर देते हुए यह कहा है कि अपने दैनिक जीवन में किन आदतों

Updated on: 26 May 2020, 04:01 PM

नई दिल्ली:

कोरोना (Corona) के कहर ने पूरी दुनिया को अस्त व्यस्त कर दिया है. फैल रहे इसका संक्रमण सबसे बड़ी चिंता का विषय हो गया है. इस बीच इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने देशवासियों के हित में कुछ बातों पर जोर देते हुए यह कहा है कि अपने दैनिक जीवन में किन आदतों पर काबू पाकर इस संक्रमण से बच सकते हैं. संक्रमण के ज्यादातर मामले नजदीकी संपर्क में आने से ही फैले हैं. ऐसे में संक्रमण को रोकने के लिए शारीरिक दूरी और साफ-सफाई जैसे प्रावधानों का पालन जरूरी है.

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लक्षण नहीं मिल रहे हैं

ICMR ने कहा कि नजदीकी लोगों में संक्रमण के ज्यादा मामले पाए गए. ऐसे में नजदीकी संबंध वालों की पहचान करना, उनकी जांच करना और पॉजिटिव पाए गए मरीजों को आइसोलेशन में रखना इसके कम्युनिटी ट्रांसमिशन को रोकने के लिए बहुत जरूरी है. इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में आइसीएमआर का यह अध्ययन प्रकाशित किया गया है. ICMR ने बताया कि पॉजिटिव पाए गए बहुत से लोगों में कोई लक्षण नहीं था.

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अभी तक उठाए गए ये कदम

1. ICMR के अनुसार 2009 में फैले स्वाइन फ्लू से सबक लेते हुए सरकार ने इस बार इंटेलीजेंट टेस्टिंग स्ट्रेटजी अपनाई और कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में अपनी तैयारी को मजबूत किया.

2. आज देश में 432 सरकारी और 178 निजी प्रयोगशालाओं में रोजाना 1.1 लाख सैंपल की जांच हो रही है. जांच की क्षमता को अगले कुछ दिनों में दो लाख प्रतिदिन पर पहुंचाने का लक्ष्य है.

3. दुनियाभर से मिली जानकारियों के आधार पर जांच के दायरे को विदेश से आने वालों, प्रवासी श्रमिकों और कोविड-19 से लड़ाई में लगे योद्धाओं तक बढ़ाया गया है.

4. बढ़ी जरूरतों के हिसाब से उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल जैसे राज्यों में जांच के लिए और प्रयोगशालाएं एवं जांच मशीनें स्थापित की जा रही हैं.