'अगर PM नरेंद्र मोदी किम जोंग उन होते तो आनंद शर्मा की गर्दन कट चुकी होती'

बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि अगर पीएम मोदी किम जोंग उन होते तो अब तक आनंद शर्मा की गर्दन कट चुकी होती.

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Ravindra Singh
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'अगर PM नरेंद्र मोदी किम जोंग उन होते तो आनंद शर्मा की गर्दन कट चुकी होती'

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लोकसभा चुनाव 2019 अब अपने चरम पर पहुंच गया है राजनीतिक पार्टियों के नेता चुनावी माहौल को अपने पक्ष में मोड़ने के लिए तरह-तरह से बयानबाजी कर रहे हैं इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन से कर दी है. इस बारे में न्यूज नेशन के संवाददाता राहुल डबास  ने

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बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी से बात-चीत की तो उन्होंने इस पर जवाब देते हुए कहा, कांग्रेस के नेताओं का प्रेम पाकिस्तान से रहा है. शायद तभी उन्होंने पीएम मोदी की तुलना कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन से कर दी, लेकिन वो शायद एक बात भूल गए कि अगर पीएम नरेंद्र मोदी के किम जोंग उन की तरह तानाशाह होते, तो आनंद शर्मा की गर्दन सलामत नहीं रहती.

वहीं वाराणसी में पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस की प्रियंका गांधी को उतारे जाने को लेकर स्वामी ने कहा कि, वाराणसी में कलयुग का चक्रव्यूह तैयार है जिसे कोई भी कांग्रेस का नेता भेद नहीं सकता. अगर अभिमन्यु के तौर पर प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ने आ जाती है, तो हार कर ही वापस लौटेंगी. इसके पीछे कांग्रेस की आंतरिक राजनीति भी है, क्योंकि राहुल गांधी औरंगजेब की भूमिका में है, जो अपनी बहन के तौर पर प्रियंका गांधी वाड्रा की राजनीति को काशी में ही समाप्त कर देना चाहते हैं.

वहीं स्वामी ने कहा कि अगर मायावती चुनाव के बाद कांग्रेस से गठबंधन कर लेती हैं तो उन्हें अच्छी तरह से मालूम है कि दलित, ब्राह्मण वोट बैंक उनसे छूट सकता है. लिहाजा बसपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन की उम्मीद नहीं है. जहां तक बीजेपी का सवाल है, हमें नहीं लगता कि बीजेपी को बसपा से गठबंधन की जरूरत पड़ेगी ,एनडीए अपने दम पर ही सरकार बना लेगा. स्वामी ने अखिलेश यादव की तारीफ करते हुए कहा 2 साल बाद ही सही कम से कम उन्हें यह पता तो चल गया कि कांग्रेस कितनी घमंडी है. और ऐसी घमंडी पार्टी के साथ गठबंधन न करके अखिलेश यादव ने बुद्धिमत्ता का परिचय दिया है.

जमानत पर कोई भी चुनाव लड़ सकता है, चाहे वह साध्वी प्रज्ञा ठाकुर हो, चाहे राहुल गांधी या फिर सोनिया गांधी. इस मामले में एनआईए ने साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट दे दी है. इसके बाद विपक्ष को हिंदू आतंकवाद पर बोलना बंद कर देना चाहिए. हिंदू 600 साल तक मुसलमानों से लड़े और 200 साल तक अंग्रेजों के रूप में ईसाइयों से लड़े फिर भी भारत में ईसाई और मुसलमान महफूज है, जबकि 82% आबादी हिंदुओं की है.

Source : Rahul Dabas

North Korean Dictator Kim Jong Un BJP leader Subramanian Swamy Congress leader Anand Sharma PM Narendra Modi
      
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