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अगर गांधी परिवार के अलावा किसी अन्य को कमान मिलती तो दो फाड़ में बंट जाती कांग्रेस, जानें कैसे

कांग्रेस की कमान संभालने के लिए कांग्रेस कार्यकारिणी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में गांधी परिवार के इतर किसी व्यक्ति द्वारा पार्टी का नेतृत्व करने के जिक्र पर शनिवार को पार्टी के नेता भावुक हो गए.

Updated on: 11 Aug 2019, 10:52 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस की कमान संभालने के लिए कांग्रेस कार्यकारिणी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में गांधी परिवार के इतर किसी व्यक्ति द्वारा पार्टी का नेतृत्व करने के जिक्र पर शनिवार को पार्टी के नेता भावुक हो गए. कांग्रेस प्रमुख पद के लिए किसी गांधी के सिवा वे किसी दूसरे नाम पर राजी नहीं थे. कुछ नेताओं ने इस बात की भी धमकी दे डाली कि किसी गांधी के अलावा यदि कोई अध्यक्ष बना तो वे पार्टी की बैठक में हिस्सा लेने के बजाए घर में बैठना पसंद करेंगे.

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इस प्रकार मसले पर फैसला हुआ और अहमद पटेल सहित पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास गए और उनसे दोबारा पार्टी की कमान संभालने का आग्रह किया. अस्वस्थ सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) सीडब्ल्यूसी (CWC) द्वारा पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष के लिए उनके नाम की सिफारिश किए जाने से हैरान थीं. इस विचार-विमर्श में मौजूद पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार, "उन्होंने (सोनिया गांधी) पार्टी के नेताओं से कहा, 'आप लोगों ने अचानक यह फैसला कर लिया. मैं इसके लिए तैयार नहीं हू'.

नाम का जिक्र नहीं किए जाने की आकांक्षा रखने वाले इस नेता ने बताया, सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष पद को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं थीं. नेता ने बताया, जब कई नेताओं ने उनको बताया कि इस घड़ी में अगर गांधी परिवार शीर्ष पद पर नहीं होगा तो पार्टी बिखर जाएगी, तब वह मान गईं. पार्टी के नए अध्यक्ष पद पर निर्णय लेने के लिए शनिवार को सीडब्ल्यूसी की दोबारा बैठक हुई. दूसरी बैठक रात 11 बजे के करीब समाप्त हुई.

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गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में कांग्रेस की भारी हार के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद नया अध्यक्ष चुनने की दरकार थी. गांधी परिवार के इतर पार्टी प्रमुख के लिए किसी अन्य नाम को स्वीकार करने के लिए कोई नेता तैयार नहीं था. पंजाब कांग्रेस प्रमुख सुनील जाखड़ ने घोषणा कर दी थी कि गांधी परिवार के इतर किसी को पार्टी अध्यक्ष के रूप में स्वीकार करने के बजाए वह घर में रहना पसंद करेंगे.

नेता ने बताया, जाखड़ की राय का कई नेताओं ने समर्थन किया और उन्होंने सीडब्ल्यूसी सदस्यों को बताया कि पार्टी प्रमुख के लिए जिन नेताओं के नाम पर चर्चा चल रही है, वे उन्हें मान्य नहीं हैं." पंजाब के एक और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने सीडब्ल्यूसी को बताया कि अगर किसी गांधी के इतर कोई शीर्ष पद पर आता है तो कई नेता पार्टी छोड़कर दूसरे दलों का दामन थाम लेंगे.

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राहुल गांधी के अलावा प्रियंका गांधी के नाम पर विचार-विमर्श हुआ. कांग्रेस नेता ने बताया, "जब प्रियंका के नाम का सुझाव दिया गया तो उन्होंने खुद ही नकारते हुए कहा कि यह संभव नहीं है." मालूम हो कि प्रियंका गांधी ने अपने भाई राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के उनके फैसले पर अडिग रहने को कहा था, जबकि पार्टी के सभी पांच समूहों ने उनको कांग्रेस प्रमुख बने रहने की सिफारिश की थी.

उस समय पार्टी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी से पद छोड़ने के उनके फैसले पर दोबारा विचार करने का आग्रह किया, लेकिन राहुल ने जवाब में कहा कि वह जिम्मेदारियों से नहीं भाग रहे हैं, बल्कि नए अध्यक्ष की अगुवाई में वह अधिक समर्पण के साथ काम करेंगे. दूसरी बैठक के दौरान राहुल गांधी का इस्तीफा स्वीकार करने के बाद सीडब्ल्यूसी ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष चुना.