भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कोरोना वायरस संक्रमण को काबू करने की केरल की रणनीति एवं उसकी मजबूत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की प्रशंसा की और कहा कि वह जांच एवं रोकथाम रणनीतियों के लिए ‘‘केरल मॉडल का उदाहरण’’ देता रहेगा. आईसीएमआर में महामारी विज्ञान और संचारी रोगों के प्रमुख डॉ. रमन आर गंगाखेडकर ने कहा कि भारत ने पिछले तीन महीनों में कोविड-19 की जांच की मजबूत प्रणाली विकसित की है.
यह भी पढ़ें- केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने राहुल गांधी के सवाल का दिया जवाब, आरोग्य सेतु एक शक्तिशाली साथी है...
उन्होंने मीडियाकर्मियों के साथ ऑनलाइन बातचीत में यह बात कही. केरल सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने इस वार्ता को फेसबुक पर लाइव स्ट्रीम किया. गंगाखेडकर ने कहा, ‘‘केरल की रोकथाम प्रणाली सर्वश्रेष्ठ प्रणालियों में शुमार है और यह बेजोड़ है. इसलिए, जहां तक जांच एवं रोकथाम रणनीतियों की बात है, हम केरल का उदाहरण देना जारी रखेंगे.’’
यह भी पढ़ें- लोकपाल मेंबर जस्टिस अजय कुमार त्रिपाठी का निधन, कोरोना का चल रहा था इलाज
उन्होंने बताया कि देश का सरकारी क्षेत्र अब प्रतिदिन एक लाख 25 हजार जांच करने में सक्षम है. केरल में शनिवार को संक्रमण के दो नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 499 हो गई. राज्य में 400 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं लेकिन तीन की मौत हो चुकी है. राज्य में 96 लोगों का उपचार चल रहा है.
Source : Bhasha