logo-image

ICMR के सीरो सर्वे में चौंकाने वाला खुलासा, 60 फीसद बच्चे हुए थे कोरोना से संक्रमित

आईसीएमआर (ICMR) के सीरो सर्वे (Sero survey) में सामने आया है कि कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के दौर में सिर्फ बुजुर्ग और युवक ही संक्रमित नहीं हुए हैं. सर्वे में खुलासा हुआ है कि लगभग 60 प्रतिशत बच्चे भी वायरस की चपेट में आए थे.  

Updated on: 12 Oct 2021, 06:35 AM

highlights

  • बच्चों में कोरोना से मृत्यु दर रही काफी कम
  • केरल में 80 फीसद से अधिक लोगों में मिली एंटीबॉडी
  • त्योहारी सीजन में विशेषज्ञों ने दी सावधानी की सलाह 

नई दिल्ली:

देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट देखी जा रही है. विशेषज्ञ अक्टूबर तक तीसरी लहर की संभावना जता रहे थे लेकिन ताजा हालात को देखते हुए फिलहाल इसके आने की संभावना कम ही है. हालांकि विशेषज्ञ त्योहारी सीजन में सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं. इसी बीच इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कोरोना संक्रमण को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है. सीरो सर्वे में सामने आया है कि कोरोना के कारण देश के करीब 60 फीसद बच्चे इस महामारी से संक्रमित हो चुके थे. हालांकि राहत की बात यह थी कि बच्चों में मृत्यु  दर काफी कम थी. केरल की एलडीएफ सरकार द्वारा हाल में कराये गये सीरो सर्वेक्षण के अनुसार केरल में 18 साल और इससे अधिक उम्र के 80 प्रतिशत से अधिक लोगों में कोविड-19 एंटीबॉडी हैं. 

विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों की इम्यूनिटी पावर मजबूत होने की वजह से वायरस ज्यादा उन्हें प्रभावित नहीं कर सका. अगर आंकड़ों पर गौर करें तो इस महामारी में भी बच्चों में मृत्यु दर काफी कम थी. बच्चों में मृत्यु दर दस लाख में 2 ही है जो बहुत कम है. अगले कुछ दिनों में बच्चों के लिए वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी जिससे इस दर को और भी कम किया जा सकेगा.  

यह भी पढ़ेंः पीएम मोदी बोले- जहां जरूरत नहीं वहां सरकारी नियंत्रण खत्म करेंगे

अप्रैल-मई में हुईं सबसे अधिक मौत
कोरोना महामारी अप्रैल-मई में अपने पीक पर थी. इस दौरान देश में हाहाकार मचा हुआ था. दूसरी में देश में मौतों का आंकड़ा सबसे अधिक था. इसी दौरान कोरोना के मरीजों की संख्या में सबसे अधिक इजाफा हुआ जिससे अस्पताल में बेड की कमी देखी गई. ऑक्सीजन की कमी के कारण हाहाकार मच गया. अब एक बार फिर देश सामान्य स्थिति में लौट रहा है. कोरोना को लेकर लगाई गईं पाबंदियां धीरे-धीरे खत्म की जा रही हैं. बाजारों में एक बार रोनक देखने को मिल रही है. हालांकि त्योहारी सीजन को देखते हुए सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है.