New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2024/01/20/pc-34-2024-01-20t172627117-47.jpg)
ram_temple( Photo Credit : social media)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
ram_temple( Photo Credit : social media)
राम मंदिर से जुड़ी झूठी खबरों से सावधान! गौरतलब है कि सोमवार यानि 22 जनवरी को धर्म नगरी अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन होने जा रहा है, जिसके साथ ही नवनिर्मित दिव्य राम मंदिर का उद्घाटन भी होना है, जिसे लेकर शासल-प्रशासन तमाम तरह की तैयारियों में जुटा हुआ है. मगर इस बीच झूठी और गुमराह करने वाली खबरों का खतरा बढ़ गया है, जिसे लेकर सरकार ने स्पष्ट तौर पर चेतावनी जारी की है...
दरअसल सोमवार को होने जा रहे भव्य आयोजन से पूर्व तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर राम मंदिर से जुड़ी भ्रामक जानकारियां साझा की जा रही है, जिसमें समारोह से पहले, वीआईपी टिकट, राम मंदिर प्रसाद प्रदान करने का दावा करने वाले कई फर्जी लिंक सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
इसी के मद्देनजर सरकार के विभाग सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने मीडिया आउटलेट्स और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को राम मंदिर कार्यक्रम से संबंधित झूठी और हेरफेर की गई सामग्री प्रकाशित करने से बचने की हिदायत दी है.
सावधान रहे सोशल मीडिया यूजर्स...
मंत्रालय ने अपनी हाल ही में जारी एडवाइजरी में कहा है कि, "कुछ असत्यापित, उत्तेजक और फर्जी संदेश फैलाए जा रहे हैं, खासकर सोशल मीडिया पर, जो सांप्रदायिक सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ सकते हैं".
एडवाइजरी में आगे कहा गया है कि, "सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को सलाह दी जाती है कि वे ऊपर उल्लिखित प्रकृति की जानकारी को होस्ट, प्रदर्शित या प्रकाशित न करने के लिए उचित प्रयास करें."
गौरतलब है कि, ई-कॉमर्स साइट अमेजन को शुक्रवार को 'श्री राम मंदिर अयोध्या प्रसाद' की लिस्टिंग हटाने के लिए केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण से नोटिस दिया गया. अमेजन ने कहा कि वह अपनी नीतियों के अनुरूप ऐसी लिस्टिंग के खिलाफ उचित कार्रवाई कर रहा है.
इसके साथ ही कुछ दिन पहले, प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए तत्काल वीआईपी टिकटों का वादा करते हुए नकली क्यूआर कोड वाला एक व्हाट्सएप संदेश बड़े पैमाने पर साझा किया गया था. मंदिर ट्रस्ट ने स्पष्ट किया कि प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम केवल निमंत्रण के लिए है और ट्रस्ट ने स्वयं चुनिंदा अतिथियों को निमंत्रण भेजा है.
Source : News Nation Bureau