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काबुल से भारतीय दूतावास के लोगों को ले जामनगर पहुंचा IAF विमान

भारतीय वायु सेना का ग्लोबस्टर विमान मंगलवार सुबह जामनगर एयरपोर्ट पहुंच चुका है. दोपहर डेढ़ बजे तक इसके गाजियाबाद के हिंडन हवाइ अड्डे पर पहुंचने की संभावना है.

Updated on: 17 Aug 2021, 01:26 PM

highlights

  • IAF का विमान जामनगर पहुंचा, दोपहर आएगा हिंडन
  • विमान में काबुल दूतावास के 120 से अधिक लोग हैं सवार

नई दिल्ली:

काबुल स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी और कर्मचारियों को लेकर भारतीय वायु सेना का ग्लोबस्टर विमान मंगलवार सुबह जामनगर एयरपोर्ट पहुंच चुका है. दोपहर डेढ़ बजे तक इसके गाजियाबाद के हिंडन हवाइ अड्डे पर पहुंचने की संभावना है. डेढ़ सौ लोग जामनगर एयरपोर्ट स्टेशन पहुंचे जिनमें से 2 लोगों की तबीयत खराब होने के कारण उन्हें एयरफोर्स अस्पताल में इलाज के लिए रिफर करवाया गया है. इस बीच अफगानिस्तान में मौजूदा गंभीर स्थिति को देखते हुए गृह मंत्रालय (एमएचए) ने भारत आने के इच्छुक अफगानों के आवेदनों को तेजी से ट्रैक करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वीजा की एक नई श्रेणी की घोषणा की. मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट किया, 'एमएचए अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति के मद्देनजर वीजा प्रावधानों की समीक्षा कर रहा है. भारत में प्रवेश के लिए वीजा आवेदनों को फास्ट ट्रैक करने के लिए 'ई-आपातकालीन एक्स-विविध वीजा' नामक इलेक्ट्रॉनिक वीजा की एक नई श्रेणी शुरू की गई है.'

काबुल से जामगनर पहुंचा भारतीय विमान
गौरतलब है कि भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन से बातचीत कर काबुल एयरपोर्ट से भारतीयों को बाहर निकालने के संबंध में बातचीत की थी. काबुल हवाइ अड्डा इस वक्त फौरी तौर पर अमेरिकी सेना के कब्जे में है. इसके बाद मंगलवार सुबह सी-17 विमान भारतीय दूतावास के लोगों को लेकर भारत के लिए निकला. विमान सुबह जामनगर पहुंच चुका है और दोपहर एक बजे के लगभग हिंडन पहुंचेगा.

नई वीजा श्रेणी शुरू
इसी के साथ भारत ने अफगान में फंसे लोगों को निकालने के लिए प्रयास तेज करते हुए वीजा की नई श्रेणी शुरू कर दी है ताकि अफगानों के आवेदनों पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी ताकि वे जल्द से जल्द भारत आ सकें. इस बीच युद्धग्रस्त देश में बिगड़ते हालात की समीक्षा करते हुए केंद्र सरकार ने भारतीय राजदूत और बाकी कर्मचारियों को वापस लौटने को कहा है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि रविवार भारत अफगानिस्तान में स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है. जयशंकर ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा, 'काबुल में स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं. भारत लौटने की इच्छा रखने वालों की चिंता को समझते हैं. हवाईअड्डा संचालन मुख्य चुनौती है. इस संबंध में भागीदारों के साथ चर्चा की गई है.'

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विदेश मंत्रालय में अफगानिस्तान प्रकोष्ठ
उन्होंने यह भी बताया कि स्थिति की लगातार निगरानी के लिए विदेश मंत्रालय में अफगानिस्तान प्रकोष्ठ बनाया गया है. एक सूत्र ने कहा, 'सरकार अफगानिस्तान में विकसित स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है और भारतीय और साथ ही राजनयिक कर्मचारियों को निकालने के लिए, सभी आकस्मिक योजनाएं पहले से ही लागू हैं और काबुल में भारतीय दूतावास की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं. भारतीय नागरिक किसी भी जोखिम में नहीं हैं.'