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वायुसेना प्रमुख बोले, चीन-पाकिस्तान से एक साथ निपटने में सक्षम भारत

चीन और पाकिस्तान की चाल पर वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा कि एयरफोर्स शॉर्ट नोटिस पर भी युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार है।

Updated on: 05 Oct 2017, 08:22 PM

highlights

  • वायुसेना प्रमुख ने कहा, हमारी वायुसेना पाकिस्तान के न्यूक्लियर ठिकानों को तबाह करने में सक्षम है
  • IAF प्रमुख धनोआ ने कहा, भारतीय वायुसेना दो अन्य फोर्स के साथ शॉर्ट नोटिस पर युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार है
  • धनोआ ने कहा, सर्जिकल स्ट्राइक भारत सरकार का फैसला था

नई दिल्ली:

चीन और पाकिस्तान की चाल पर वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा कि एयरफोर्स शॉर्ट नोटिस पर भी युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार है।

धनोआ ने कहा, 'चीन के खिलाफ हमारी क्षमता पर्याप्त है।' उन्होंने कहा कि हमारी वायुसेना पाकिस्तान के न्यूक्लियर ठिकानों को तबाह करने में सक्षम है।

उन्होंने डोकलाम मसले पर कहा, 'चीनी जवान चुंबी वैली में अभी भी तैनात हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि सैन्य अभ्यास के बाद वह वहां से चले जाएंगे।'

वायुसेना प्रमुख ने कहा, 'भारतीय वायुसेना दो अन्य फोर्स के साथ शॉर्ट नोटिस पर युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार है।'

धनोआ ने पाकिस्तान-चीन से युद्ध पर कहा 'अगर दो फ्रंट पर लड़ाई होती है तो हमें 42 स्क्वाड्रन की जरूरत होगी। लेकिन हमारे पास जो संख्या है। उसके साथ भी लड़ाई में सक्षम हैं।'

धनोआ ने कहा कि शांति के समय में भी जवानों की मौत होना काफी चिंताजनक है। हम एक्सिडेंट को कम करने के लिए जरूरी कदम उठा रहे हैं।

उन्होंने कहा, 'सर्जिकल स्ट्राइक भारत सरकार का फैसला था। वायुसेना पूरी तरीके से हवाई ऑपरेशन के लिए सक्षम है।'

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धनोआ ने पाकिस्तान के परमाणु ठिकानों पर कहा कि हमारी सेना सीमा पार जाकर परमाणु ठिकानों को तबाह करने में सक्षम है।

पिछले दिनों पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी ने कहा था कि भारतीय सेना की 'कोल्ड स्टार्ट डॉक्ट्रीन' से निपटने के लिए हमारे देश ने कम दूरी के परमाणु हथियार तैयार कर लिए हैं।

खाकन ने कहा, 'भारत ने 'कोल्ड स्टार्ट डॉक्ट्रीन' विकसित की है और उसके जवाब में हमने कम दूरी के परमाणु हथियार तैयार कर लिए हैं। इसकी जिम्मेदारी न्यूक्लियर कमांड अथॉरिटी (एनसीए) के पास है।'

भारत ने 2001 में संसद पर हुए हमले के बाद 'कोल्ड स्टार्ट डॉक्ट्रीन' तैयार किया था। इसके तहत युद्ध की स्थिति में भारत दुश्मन देश को तैयारी का मौका दिए बिना तेजी से हमले को अंजाम देगा।

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