राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता और महाराष्ट्र के वरिष्ठ मंत्री नवाब मलिक ने शनिवार को सवाल पूछते हुए कहा कि क्या नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) कुछ बाहरी लोगों की मदद से बॉलीवुड में आतंक पैदा करने के लिए फिल्मी हस्तियों को जानबूझकर निशाना बना रही है।
मलिक ने एनसीबी के एक गवाह फ्लेचर पटेल के विवरण का खुलासा किया, जो एजेंसी के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े के पारिवारिक मित्र होने का दावा करते हैं और उन्होंने सोशल मीडिया पर एक महिला के साथ तस्वीरें पोस्ट की हैं, जिन्हें वह लेडी डॉन कहते हैं।
दरअसल, नवाब मलिक ने ट्विटर पर जैसमीन वानखेड़े, जो कि पेश से वकील हैं, उनकी और फ्लेचर पटेल नामक एक व्यक्ति की साथ में तस्वीर साझा की है और आरोप लगाया है कि एक तरफ तो फ्लेचर जैसमीन का मुंह बोला भाई है तो वहीं दूसरी तरफ वही शख्स एनसीबी के कई मामलों का मुख्य गवाह रहा है। नवाब मलिक ने फ्लेचर पटेल और जैसमीन की इंस्टाग्राम वाली फोटो शेयर की है।
उन्होंने सवाल पूछा, यह फ्लेचर पटेल और दूसरी महिला, लेडी डॉन कौन है? यह फ्लेचर पटेल कैसे सामने आए, जो समीर वानकेडे के करीबी हैं, जो कम से कम तीन एनसीबी मामलों में गवाह (पंच) के रूप में सामने आए हैं। क्या यह नैतिक रूप से सही है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने फिर से एनसीबी पर प्रचार हथियाने के लिए प्रमुख हस्तियों पर धोखाधड़ी करते हुए छापे मारने का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले एक साल में ही फ्लेचर पटेल सीआर नंबर 38/20, सीआर नंबर 16/20 और सीआर नंबर 16/20 के साथ ही सीआर नंबर 02/21 में गवाह थे और उनकी टीम अन्य मामलों पर अधिक जानकारी एकत्र कर रही थी।
मलिक ने कहा, जब हमने भाजपाबीजेपी से जुड़े दो लोगों का पदार्फाश किया, तो एनसीबी ने पिछले हफ्ते कहा था कि वे किसी भी स्वतंत्र गवाह को नहीं जानते हैं, जिसे उन्होंने क्रूज शिप छापे में रिकॉर्ड पर लिया था। फिर वही गवाह फ्लेचर पटेल कैसे दिखाई देते हैं ।
बाद में, फ्लेचर पटेल और कथित लेडी डॉन वानखेड़े, जिन्हें एनसीबी प्रमुख का रिश्तेदार बताया गया है, कुछ मीडिया चैनलों पर दिखाई दिए और मलिक के आरोपों का खंडन किया।
उन्होंने कहा, मैं शुरू से कह रहा हूं कि एनसीबी फिल्मी हस्तियों पर फर्जी छापेमारी कर रही है, लेकिन अब आधिकारिक मामले में वानखेड़े के दोस्तों और परिवार के सदस्यों के गवाह के रूप में सामने आने से इन अभियानों के पीछे असली मकसद क्या है। एनसीबी को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी चाहिए और स्पष्ट करना चाहिए।
आर्यन खान ड्रग्स मामले में एनसीबी की कार्यशैली पर अभी तक कई विपक्षी पार्टियां सवाल खड़े कर चुकी हैं। इनमें कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी का नाम प्रमुख रूप से शामिल है। शुक्रवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने ये आरोप लगाया था कि आर्यन खान के मामले को एनसीबी इसलिए ज्यादा उछाल रही है, ताकि लखीमपुर की घटना से लोगों का ध्यान हटाया जा सके। वहीं एनसीपी की तरफ से महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक लगातार आर्यन खान ड्रग्स मामले में भाजपा पर निशाना साध रहे हैं।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS