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तसलीमा नसरीन बोली, मैं चिंतित हूं कि रोहिंग्या मुस्लिम जाएंगे कहां

भारत में रह रहे रोहिंग्या मुस्लिमों को वापस म्यांमार भेजे जाने को लेकर बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने कहा है कि मैं चाहती हूं कि भारत सरकार उन्हें शरण दे।

Updated on: 19 Sep 2017, 11:33 AM

highlights

  • तसलीमा नसरीन ने कहा, मैं इस बात से चिंतित हूं कि रोहिंग्या जाएंगे कहां?
  • नसरीन ने कहा, अगर इनसे सुरक्षा को खतरा है तो इसके बारे में भारत सरकार मुझसे बेहतर जानती होगी

नई दिल्ली:

भारत में रह रहे रोहिंग्या मुस्लिमों को वापस म्यांमार भेजे जाने को लेकर बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने कहा है कि मैं चाहती हूं कि भारत सरकार उन्हें शरण दे।

तसलीमा नसरीन ने कहा, 'भारत की सुरक्षा से समझौता करना अच्छी बात नहीं होगी, लेकिन मैं इस बात से भी चिंतित हूं कि रोहिंग्या जाएंगे कहां?'

उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, 'मैं चाहती हूं कि भारत सरकार रोहिंग्या को शरण दे, लेकिन अगर इनसे सुरक्षा को खतरा है तो इसके बारे में भारत सरकार मुझसे बेहतर जानती होगी।'

आपको बता दें कि 2012 में म्यांमार के रखाइन में हिंसा के बाद रोहिंग्या मुस्लिम भारत आए थे। उनकी तादाद करीब 40,000 है। अब भारत सरकार ने उन्हें वापस भेजने का फैसला किया है। सरकार के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है।

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केंद्र सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से रोहिंग्या मुद्दे पर हस्तक्षेप न करने का आग्रह करते हुए कहा कि उन्हें वापस भेजने का निर्णय सरकार का नीतिगत फैसला है।

केंद्र ने साथ ही कहा कि इन रोहिंग्या में से कुछ का संबंध पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकवादी गुटों से है। केंद्र ने कहा, 'रोहिंग्या का लगातार भारत में रहना पूरी तरह से अवैध है और इससे राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता है।'

संयुक्त राष्ट्र के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, रखाइन में हाल में भड़की हिंसा के बाद 25 अगस्त से लेकर अब तक करीब 4 लाख रोहिंग्या बांग्लादेश चले गए हैं।

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