राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के खिलाफ बयान देने के मामले में गुरुवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुवाहाटी की एक अदालत में पेश हुए। जिसके बाद राहुल ने कहा कि वह आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा, 'गरीबों के मुद्दों से हटाने के लिए मेरे खिलाफ केस किया गया है।'
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, 'मैं आरएसएस की और देश को बांटने वाली विचारधाराओं के खिलाफ हूं।' आरएसएस स्वयंसेवक अंजन बोरा ने पिछले साल राहुल के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज किया था।
जानें राहुल पर क्या है आरोप?
आरएसएस कार्यकर्ता ने संगठन की इमेज खराब करने का आरोप लगाया है। अंजन बोरा का आरोप है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मीडिया के सामने कहा था कि उन्हें पिछले साल दिसंबर में आरएसएस सदस्यों ने असम के 'बारपेटा सत्र' में दाखिल नहीं होने दिया। जबकि, राहुल पिछले साल 12 दिसंबर को 16 वीं सदी के बारपेटा सत्र का दौरा करने वाले थे। उन्होंने सत्र में शामिल न होने का निर्णय लिया और इसके बदले उन्होंने बारपेटा शहर में एक रैली में हिस्सा लिया। बोरा ने कहा कि आरएसएस उन्हें रोक नहीं सकता था।
Source : News Nation Bureau