ए. रेवंत रेड्डी ने बुधवार को तेलंगाना में कांग्रेस के नए अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला और राज्य को मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और उनके परिवार के सदस्यों के कुशासन से मुक्त कराने का संकल्प लिया।
पार्टी में काफी धूमधाम और उत्साह के बीच उन्होंने कार्यभार ग्रहण करते हुए 2023 में पार्टी को सत्ता में लाने के लिए नेताओं और कार्यकर्ताओं से हाथ मिलाने का आह्वान किया।
एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना के चार करोड़ लोग चार लोगों के हाथों बंधक बन गए हैं।
सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और मुख्यमंत्री राव पर निशाना साधते हुए सांसद ने आरोप लगाया कि उनके शासन में राज्य में कोई स्वतंत्रता और स्वशासन नहीं है।
रेवंत रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उन्हें तेलंगाना के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए काम करने की जिम्मेदारी दी है।
नारे लगाने वाले कुछ कार्यकर्ताओं को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के अलावा किसी एक नेता के समर्थन में कोई नारा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यक्तियों के समर्थन में नारे लगाने से पार्टी को नुकसान होगा।
इस कार्यक्रम को तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय गांधी भवन में पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह के साथ चिह्न्ति किया गया था।
एक विशाल रैली में पार्टी कार्यालय पहुंचे रेवंत रेड्डी ने निवर्तमान प्रमुख उत्तम कुमार रेड्डी से केरल में पार्टी मामलों के अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव तारिक अनवर, तेलंगाना के एआईसीसी प्रभारी मनिकम टैगोर और पार्टी के कई अन्य नेताओं की उपस्थिति में कार्यभार संभाला।
पुजारियों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के बीच उत्तम कुमार रेड्डी ने 26 जून को शीर्ष पद पर नियुक्त रेवंत रेड्डी को कार्यभार सौंपा।
पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन, और पूर्व मंत्री जे. गीता रेड्डी और अन्य सहित टीपीसीसी के नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष उपस्थित थे।
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Source : IANS