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सज्जाद लोन ने हैदरपोरा मुठभेड़ के मृतकों को न्याय दिलाने के लिए पीएम मोदी से की हस्तक्षेप की मांग

सज्जाद लोन ने हैदरपोरा मुठभेड़ के मृतकों को न्याय दिलाने के लिए पीएम मोदी से की हस्तक्षेप की मांग

Updated on: 17 Nov 2021, 11:00 PM

श्रीनगर:

पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हैदरपोरा मुठभेड़ में मारे गए अल्ताफ भट और मुदासिर गुल के परिवारों को न्याय दिलाने के लिए हस्तक्षेप करने की अपील की।

उन्होंने कहा, वास्तविकता के दो वर्जन हैं। पहला यह है कि कोई आतंकवादी नहीं था और जो मारे गए हैं, वे निर्दोष गैर-लड़ाकू थे। दूसरा वर्जन राज्य सरकार द्वारा सामने रखा गया वर्जन है, जो यह सुझाव देता है कि वे सभी सक्रिय रूप से या निष्क्रिय रूप से आतंकवादी गतिविधियों में शामिल थे। एक तटस्थ संस्था यह तय करने का सही तरीका होगा कि वास्तविकता आखिर क्या है। यह मानते हुए कि वास्तविकता का पहला वर्जन सच है और मारे गए लोग निर्दोष हैं, उस मामले में राज्य प्रशासन को आत्मनिरीक्षण करना होगा कि उन्होंने न केवल निर्दोष लोगों को मार डाला है, बल्कि मृतक के परिवार के सदस्यों से भी उन्हें छीन लिया है, जो दुनिया में सभी लिबर्टीज में सबसे विनम्र है।

सज्जाद ने कहा कि प्रशासन द्वारा प्रदर्शित पूर्ण अस्पष्टता और भयानक चुप्पी ने न्याय से इनकार करने की धारणा पैदा की है। उन्होंने कहा कि यह घटना प्रधानमंत्री के व्यक्तिगत हस्तक्षेप के योग्य है, ताकि न्याय सुनिश्चित हो सके।

सज्जाद ने कहा कि लोकतंत्र में ऐसी स्थिति नहीं हो सकती जहां शोक एक विलासिता हो, जहां पति या पिता के बेजान शरीर को छूने और महसूस करने की आजादी दूर का सपना हो।

उन्होंने कहा, शोक को विलासिता न बनने दें।

सज्जाद ने पीएम मोदी से मामले में हस्तक्षेप की अपील करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जाति, रंग, धर्म, भूगोल या विचारधारा के बावजूद इस देश के सभी निवासियों के अभिभावक हैं और उन पर मृतक की बेटियों और परिवारों को न्याय सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी है।

बता दें कि पुलिस ने गत सोमवार को श्रीनगर शहर के हैदरपोरा में स्थित एक इमारत में छिपे आतंकियों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया था। हैदरपोरा इलाके में सोमवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में चार लोग मारे गए थे।

मारे गए लोगों की पहचान एक विदेशी आतंकवादी, जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले से संबंधित उसके सहयोगी, जहां मुठभेड़ हुई उस इमारत के मालिक अल्ताफ अहमद और इमारत के एक फ्लोर पर कॉल सेंटर चलाने वाले डॉ. मुदासिर के रूप में की गई है।

पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती समेत कई राजनीतिक संगठनों ने मुठभेड़ की न्यायिक जांच की मांग तक उठा दी है। साथ ही शवों को उनके स्वजन के हवाले करने के लिए कहा है।

जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को हैदरपोरा मुठभेड़ में नागरिकों की कथित हत्या के विरोध में प्रदर्शन का नेतृत्व भी किया।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.