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अंतरिक्ष में मानव, मिलेगी 5जी सेवा... जानें साल 2021 से क्या हैं उम्मीदें

साल 2021 ने दस्तक दे दी है. इस साल हमें तकनीक और विज्ञान के जरिये कई तोहफे मिलने की उम्मीद है, जिससे लोगों के जीवन में कई बड़े बदलाव होंगे.

Updated on: 01 Jan 2021, 06:38 AM

नई दिल्ली:

साल 2021 ने दस्तक दे दी है. इस साल हमें तकनीक और विज्ञान के जरिये कई तोहफे मिलने की उम्मीद है, जिससे लोगों के जीवन में कई बड़े बदलाव होंगे. जहां इस साल मेसाच्युसेट्स स्थित कंपनी टेराफुगिया आसमान में उड़ने वाली कार लाने जा रही है तो वहीं अमेरिका के वैज्ञानिकों की ओर से बनाई गई कृत्रिम किडनी भी लाखों लोगों को नई जिंदगी देगी. अंतरिक्ष में भारत के लिए भी यह साल ऐतिहासिक साबित होगा, क्योंकि मिशन गगनयान के तहत दिसंबर 2021 में मानव को पहली बार अंतरिक्ष में भेजा जाएगा. मंगल पर चीन भी इसी साल पहुंचेगा.

साल 2021 में मेसाच्युसेट्स स्थित कंपनी टेराफुगिया आसमान में उड़ने वाली कार लाने जा रही है. कंपनी ने इसे टीएफ एक्स नाम दिया है. इसमें इस कार में 3 से 4 लोगों के बैठने की क्षमता है और इसे घर के गैरेज में भी आराम से पार्क किया जा सकता है. इसकी अनुमानित कीमत 183000 पाउंड यानी एक करोड़ 81 लाख रुपये बताई जा रही है. कंपनी ने 2013 में टीएफ-एक्स के निर्माण का ऐलान किया था.

रिलायंस भारत में 5जी नेटवर्क इस साल 2021 की दूसरी तिमाही में लॉन्च करेगा. रिलायंस ने इसका ऐलान कर दिया है. किफायती दर पर जियो भारत में 5जी की शुरुआत करेगा. एक आंकलन के अनुसार, 60 फीसदी फोन में 2021 में 5जी नेटवर्क होगा. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर के कई देशों में 6जी तकनीक पर काम चल रहा है. यह तकनीक भी शीघ्र आएगी.

अंतरिक्ष पर पहली बार मानव

भारत की पहली मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की ओर से दिसंबर 2021 में शुरू होगी. पीएम मोदी ने 15 अगस्त, 2018 को ‘गगनयान मिशन’ की घोषणा की थी. दिसंबर 2021 में मिशन गगनयान के तहत मानव को पहली बार अंतरिक्ष में भेजा जाएगा.

चीन मंगल पर 

चीन ने 23 जुलाई 2020 को मंगल ग्रह के लिए अपने पहले मिशन तिआनवेन1 को सफलतापूर्वक लॉन्‍च किया था. रोवर को अप्रैल 2021 में मंगल की सतह पर उतारेगा. अगर चीन का यह मिशन सफल रहता है तो यह मानव के इतिहास में पहली बार में मंगल की कक्षा में चक्‍कर लगाने, लैंडिंग करने और रोवर के चक्‍कर लगाने का एक मिशन में पहला अभियान होगा. 

कृत्रिम किडनी बनकर तैयार

यूएस में वैज्ञानिकों ने कृत्रिम किडनी बनाने में सफलता हासिल की है. अब केवल अमेरिकी फेडरल ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से अनुमति मिलना बाकी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2021 तक बाजार में आने की उम्मीद है. भारत में हर साल 8 से 10 हजार किडनी प्रत्यारोपण की सर्जरी होती है, जबकि सालाना करीब 1 लाख लोगों को किडनी प्रत्यारोपण की जरूरत होती है.