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BSF की मानवता, सीमा पार करते पकड़े गए 5 बांग्लादेशियों को वापस लौटाया

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने एक बार फिर सद्भावना का परिचय देते हुए बंगाल में अंतरराष्ट्रीय सीमा को अवैध रूप से पार करते पकड़े गए 5 बांग्लादेशी नागरिकों को बिना कोई कार्रवाई के वापस पड़ोसी देश के सीमा रक्षक बल को लौटा दिया है. बीएसएफ के मुताबिक सीमा चौकी मधुपुर में दक्षिण बंगाल सीमांत के सर्तक जवानों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा लांघने का प्रयास कर रहे पांच बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा. सभी से गहन पूछताछ की गई, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला. इसके बाद मानवीयता के आधार पर उन्हें सद्भावना स्वरूप बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश को सौंप दिया गया.

Updated on: 25 Oct 2022, 05:53 PM

नई दिल्ली:

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने एक बार फिर सद्भावना का परिचय देते हुए बंगाल में अंतरराष्ट्रीय सीमा को अवैध रूप से पार करते पकड़े गए 5 बांग्लादेशी नागरिकों को बिना कोई कार्रवाई के वापस पड़ोसी देश के सीमा रक्षक बल को लौटा दिया है. बीएसएफ के मुताबिक सीमा चौकी मधुपुर में दक्षिण बंगाल सीमांत के सर्तक जवानों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा लांघने का प्रयास कर रहे पांच बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा. सभी से गहन पूछताछ की गई, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला. इसके बाद मानवीयता के आधार पर उन्हें सद्भावना स्वरूप बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश को सौंप दिया गया.

बीएसएफ ने बताया कि उनके जवान भारत-बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ रोकने के लिए सख्त उपायों में लगे हैं. इसी के चलते कई लोग सीमा पार करते पकड़े जाते हैं. ऐसे में कई बार अपराध की गंभीरता को देखते हुए और निर्दोष लोगों को सद्भावना और मानवता का उदाहरण पेश करते हुए बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश को सौंप दिया जाता है.

गौरतलब है कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर ड्रग्स, हथियार और गोला-बारूद के साथ-साथ मवेशियों की तस्करी लगातार जारी रहती है. इस बीच सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) भारत-बांग्लादेश सीमा पर अपनी गश्त हमेशा तेज किये रहती है.

मोहन भागवत के अवैध घुसपैठ वाले बयान पर ओवेशी ने केंद्र पर निशाना बनाते हुए कहा कि क्या बीएसएफ के जवान बिरयानी खा कर सो गये थे.