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9/11 के बाद दुनिया ने सुनी आतंकवाद पर भारत की 'चेतावनी', अमेरिका ने अख्तियार किया सख्त रवैया

भारत वैश्विक स्तर पर लगातार ही आतंकी संगठनों के सक्रिय होने की बात उठाता रहा है, लेकिन दुनिया ने 9-11 की घटना के बाद से ही आतंकवाद को एक अलग नजरिए से देखना शुरू किया है।

Updated on: 10 Sep 2017, 11:49 PM

नई दिल्ली:

दुनिया की तारीख में आतंकवाद पर जब भी बात होगी, उसे दो हिस्सों में बांटा जा सकता है। एक हिस्सा 9/11 से पहले और दूसरा उसके बाद बदली हुई वह परिस्थिति जिसने आतंकवाद पर दुनिया का नजरिया बदल दिया।

भारत वैश्विक स्तर पर लगातार ही आतंकी संगठनों के सक्रिय होने की बात उठाता रहा है, लेकिन दुनिया ने 9/11 की घटना के बाद से ही आतंकवाद को एक अलग नजरिए से देखना शुरू किया। इसके बाद ही आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर माहौल बना है।

दरअसल 11 सितंबर 2001 को अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में दुनिया की सबसे बड़ी आतंकी घटना को अंजाम दिया गया। यह आत्मघाती हमला था जिसमें अलकायदा आतंकी संगठन ने अंजाम दिया था। इस हमले में अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को निशाना बनाया गया था।

आतंकी हमले में दो अगवा किए हुए विमानों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर बिल्डिंग से टकरा दिया गया था। इस हमले को 19 आंतकियों ने अंजाम दिया था। इस हमले में करीब 3000 लोगों की मौत हो गई थी। इन बिल्डिंग से उठे मलबे में भी सैकड़ों लोग दब गए थे। इस हमले में 117 भारतीय लोग भी मारे गए थे।

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9/11 के हमलों के बाद अमेरिका ने पहली बार आतंकवाद के खतरे को महसूस किया था। यह उसके एक बड़ा झटका था। इसके पहले लेबनान, इजरायल, पाकिस्तान और भारत जैसे देशों में आतंकवाद एक बड़ा मुद्दा था। 

वहीं, अमेरिका सहित दूसरे पश्चिम के देश इसे स्थानीय समस्या मान कर पल्ला झाड़ लेते थे। लेकिन 9/11 के बाद परिस्थिति बदलती चली गई।

दुनिया ने माना आतंकवाद को बड़ा खतरा

इस बर्बर दृश्य के बाद पूरे विश्व ने आंतकवाद को दुनिया के लिए एक बड़ा खतरा माना। भारत में लंबे समय से आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा था। इसलिए भारत ने इस मुद्दे को पूरी दुनिया के सामने पूरे जोर से उठाया था।

एक वेबसाइट के मुताबिक पिछले साल 11 हजार आतंकी हमलों में 25 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। ये सभी घटनाएं पूरे विश्व के 104 देशों में हुई हैं। इस आंकड़े से समझा जा सकता है कि वैश्विक स्तर पर आतंकवाद किस तरह से अपने कब्जे को बढ़ा रहा है।

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आतंकवाद के खिलाफ भारत को मिला पूरी दुनिया से समर्थन

हाल ही में चीन में हुए ब्रिक्स देशों के सम्मेलन में भारत ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया था। इस पर पाकिस्तान के हितैषी माने जाने वाले चीन ने भी इस बात पर हामी भरी थी कि पाक में आतंकी संगठन फल-फूल रहे हैं। इसी तरह कई वैश्विक स्तर के समिट में भारत आतंकवाद का मुद्दा उठाता रहा है। इस पर पूरी दुनिया ने भारत का समर्थन भी किया है।

अमेरिका ने कसा आतंक को बढ़ावा देने वाले देशों पर शिकंजा

9/11 से आहत हुए अमेरिका ने अब आतंकवाद के खिलाफ सख्त रवैया अख्तियार कर रखा है। आतंकवाद के खिलाफ जूझ रहे भारत को भी अमेरिका ने पूरा समर्थन दिया है।

हाल ही में आमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकी संगठनों के खिलाफ रवैया बदलने और उन पर नकेल कसने को कहा है। इसके पहले अमेरिका पाकिस्तान में पनप रहे आतंकी संगठनों लश्कर ए तैयबा और जैश ए मुहम्मद को लिस्टेड किया था। पाकिस्तान से इनके खिलाफ कार्रवाई करने को भी कहा था।