बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवात का नाम कैसे पड़ा 'गुलाब', जानिए विस्तार से
चक्रवात 'गुलाब' का नाम पाकिस्तान ने दिया है. 'गुलाब' शब्द एक बारहमासी फूल वाले पौधे को संदर्भित करता है, जो कोई और नहीं बल्कि एक गुलाब है. आईएमडी की एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, उष्णकटिबंधीय चक्रवात गुलाब का नाम 'गुल-आब' रखा गया है.
highlights
- चक्रवात 'गुलाब' का नाम पाकिस्तान ने दिया है
- चक्रवात के गुलाब के नाम का उच्चारण 'गुल-आब' है
- चक्रवात का नाम हमेशा छोटा और याद रखने वाला होता है
नई दिल्ली:
चक्रवात 'गुलाब' का नाम पाकिस्तान ने दिया है. 'गुलाब' शब्द एक बारहमासी फूल वाले पौधे को संदर्भित करता है, जो कोई और नहीं बल्कि एक गुलाब है. आईएमडी की एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, उष्णकटिबंधीय चक्रवात गुलाब के नाम का उच्चारण 'गुल-आब' है. विश्व मौसम विज्ञान संगठन प्रत्येक उष्णकटिबंधीय चक्रवात बेसिन के नामों की एक सूची रखता है जो नियमित आधार पर बदलता है. उष्णकटिबंधीय चक्रवातों पर विश्व मौसम विज्ञान संगठन, यूनाइटेड नेशंस इकोनोमिक एंड सोशल कमिशन फॉर एशिया एंड पैसिफिक पैनल उत्तरी हिंद महासागर-बंगाल-अरब सागर क्षेत्र की खाड़ी में चक्रवात के नामों पर निर्णय लेते हैं.
चक्रवात का नाम हमेशा छोटा, उच्चारण में आसान और याद रखने वाला होता है. इसे इस तरह से चयन किया जाता है कि यह दुनिया भर में आबादी के किसी भी समूह की भावनाओं को आहत न करे. यह संक्षिप्त, उच्चारण में आसान और किसी भी लोगों के लिए अपमानजनक नहीं होने चाहिए.
यह भी पढ़ें : शंघाई में तूफान की चपेट में आने वाले करीब 330,000 लोगों को बचाया
जानें कैसे तय होते हैं तूफानों के नाम
उत्तरी हिंद महासागर में राष्ट्रों ने 2000 में उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के नामकरण के लिए एक नई प्रणाली का उपयोग करना शुरू किया; ये नाम एल्फाबेट और तटस्थ लिंग के हिसाब से देश के अनुसार सूचीबद्ध हैं. सामान्य नियम यह है कि नाम सूची एक विशिष्ट क्षेत्र के WMO सदस्यों के राष्ट्रीय मौसम विज्ञान और जल विज्ञान सेवाओं (NMHS) द्वारा प्रस्तावित की जाती है, और संबंधित उष्णकटिबंधीय चक्रवात क्षेत्रीय निकायों द्वारा उनके सालाना और दो साल में होने वाले सत्रों में अप्रूव की जाती है.
13 देश मिलकर रखते हैं तूफानों के नाम
WMO/संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग एशिया और प्रशांत (WMO/ESCAP) पैनल ऑन ट्रॉपिकल साइक्लोन (PTC) में 13 देशों के सदस्य हैं. इनमें भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, पाकिस्तान, मालदीव, ओमान, श्रीलंका, थाईलैंड, ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन जो चक्रवात का नाम तय करते हैं.
नई जारी की गई सूची में 169 चक्रवातों के नाम हैं
आठ सदस्यों वाले पैनल ने 2004 में 64 नामों की एक लिस्ट फाइनल की थी. पिछले साल भारत में कहर बरपाने वाले चक्रवात के लिए अम्फान नाम उस सूची में अंतिम नाम था. WMO/ESCAP समिति ने 2018 में पांच और देशों को शामिल करने के लिए सदस्यों की सूची का विस्तार किया. पिछले साल, एक नई सूची जारी की गई थी जिसमें चक्रवातों के 169 नाम हैं, 13 देशों के 13 सुझावों का संकलन है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Kajol Workout Routine: 49 की उर्म में ऐसे इतनी फिट रहती हैं काजोल, शेयर किया अपना जिम रुटीन
-
Viral Photos: निसा देवगन के साथ पार्टी करते दिखे अक्षय कुमार के बेटे आरव, साथ तस्वीरें हुईं वायरल
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
धर्म-कर्म
-
Vikat Sanakashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब? बस इस मूहूर्त में करें गणेश जी की पूजा, जानें डेट
-
Shukra Gochar 2024: शुक्र ने किया मेष राशि में गोचर, यहां जानें किस राशि वालों पर पड़ेगा क्या प्रभाव
-
Buddha Purnima 2024: कब है बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास में कैसे मनाया जाएगा ये उत्सव
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी