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बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवात का नाम कैसे पड़ा 'गुलाब', जानिए विस्तार से

चक्रवात 'गुलाब' का नाम पाकिस्तान ने दिया है. 'गुलाब' शब्द एक बारहमासी फूल वाले पौधे को संदर्भित करता है, जो कोई और नहीं बल्कि एक गुलाब है. आईएमडी की एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, उष्णकटिबंधीय चक्रवात गुलाब का नाम 'गुल-आब' रखा गया है.

Updated on: 26 Sep 2021, 08:31 AM

highlights

  • चक्रवात 'गुलाब' का नाम पाकिस्तान ने दिया है
  • चक्रवात के गुलाब के नाम का उच्चारण 'गुल-आब' है
  • चक्रवात का नाम हमेशा छोटा और याद रखने वाला होता है

 

 

नई दिल्ली:

चक्रवात 'गुलाब' का नाम पाकिस्तान ने दिया है. 'गुलाब' शब्द एक बारहमासी फूल वाले पौधे को संदर्भित करता है, जो कोई और नहीं बल्कि एक गुलाब है. आईएमडी की एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, उष्णकटिबंधीय चक्रवात गुलाब के नाम का उच्चारण 'गुल-आब' है. विश्व मौसम विज्ञान संगठन प्रत्येक उष्णकटिबंधीय चक्रवात बेसिन के नामों की एक सूची रखता है जो नियमित आधार पर बदलता है. उष्णकटिबंधीय चक्रवातों पर विश्व मौसम विज्ञान संगठन, यूनाइटेड नेशंस इकोनोमिक एंड सोशल कमिशन फॉर एशिया एंड पैसिफिक पैनल उत्तरी हिंद महासागर-बंगाल-अरब सागर क्षेत्र की खाड़ी में चक्रवात के नामों पर निर्णय लेते हैं. 

चक्रवात का नाम हमेशा छोटा, उच्चारण में आसान और याद रखने वाला होता है. इसे इस तरह से चयन किया जाता है कि यह दुनिया भर में आबादी के किसी भी समूह की भावनाओं को आहत न करे. यह संक्षिप्त, उच्चारण में आसान और किसी भी लोगों के लिए अपमानजनक नहीं होने चाहिए. 

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जानें कैसे तय होते हैं तूफानों के नाम
उत्तरी हिंद महासागर में राष्ट्रों ने 2000 में उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के नामकरण के लिए एक नई प्रणाली का उपयोग करना शुरू किया; ये नाम एल्फाबेट और तटस्थ लिंग के हिसाब से देश के अनुसार सूचीबद्ध हैं. सामान्य नियम यह है कि नाम सूची एक विशिष्ट क्षेत्र के WMO सदस्यों के राष्ट्रीय मौसम विज्ञान और जल विज्ञान सेवाओं (NMHS) द्वारा प्रस्तावित की जाती है, और संबंधित उष्णकटिबंधीय चक्रवात क्षेत्रीय निकायों द्वारा उनके सालाना और दो साल में होने वाले सत्रों में अप्रूव की जाती है.

13 देश मिलकर रखते हैं तूफानों के नाम
WMO/संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग एशिया और प्रशांत (WMO/ESCAP) पैनल ऑन ट्रॉपिकल साइक्लोन (PTC) में 13 देशों के सदस्य हैं. इनमें भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, पाकिस्तान, मालदीव, ओमान, श्रीलंका, थाईलैंड, ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन जो चक्रवात का नाम तय करते हैं.

नई जारी की गई सूची में 169 चक्रवातों के नाम हैं
आठ सदस्यों वाले पैनल ने 2004 में 64 नामों की एक लिस्ट फाइनल की थी. पिछले साल भारत में कहर बरपाने वाले चक्रवात के लिए अम्फान नाम उस सूची में अंतिम नाम था. WMO/ESCAP समिति ने 2018 में पांच और देशों को शामिल करने के लिए सदस्यों की सूची का विस्तार किया. पिछले साल, एक नई सूची जारी की गई थी जिसमें चक्रवातों के 169 नाम हैं, 13 देशों के 13 सुझावों का संकलन है.