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बॉलीवुड में कैसे पहुंचा ड्रग्स रैकेट का इंटरनेश्नल कनेक्शन? जानिए पूरी कहानी

कुछ महीनों बाद करीमलाला ने ड्रग्स का खुद का बिजनेस शुरू कर दिया और इससे कमाई रकम से लेमिंगटन रोड पर एक गेस्ट हाउस खरीद लिया. इस गेस्ट हाउस में बैठकर करीमलाला ने सिर्फ ड्रग्स का ही नहीं, मटके का भी बिजनेस शुरू कर दिया.

Updated on: 26 Sep 2020, 04:48 PM

नई दिल्‍ली:

मुंबई में ड्रग्स के रैकेट का वजूद तब से है, जब से अंडरवर्ल्ड का वजूद है. 'गंदा है, पर धंधा है' की यह कहानी दरअसल, करीमलाला, हाजी मस्तान जैसे सरगनाओं से शुरू हुई, जिसमें बाद में दाऊद इब्राहिम से लेकर छोटा राजन तक कई और डॉन के नाम जुड़ते गए. अंडरवर्ल्ड, बॉलीवुड और ड्रग्स के कनेक्शन को समझने के लिए 30 या 40 के दशक में जाना पड़ेगा. करीम लाला अपने एक अंकल के कहने पर उनके कपड़े के बिजनेस में मदद करने के वास्ते अफगानिस्तान से मुंबई आया था.

मुंबई में कपड़े का बिजनेस करते-करते करीम लाला की दोस्ती झुम्मा खान घासवाला नाम के शख़्स से हो गई, आपको बता दें कि झुम्मा घासवाला भी करीमलाला की तरह ही पठान था. लेकिन झुम्मन घासवाला का एक परिचय और भी था वो यह कि वह और उसका बेटा उन दिनों मुंबई के सबसे बड़े ड्रग तस्कर थे.बाप-बेटे ने बाद में अपने इस बिजनेस में करीमलाला को भी पार्टनर बना लिया.

कुछ महीनों बाद करीमलाला ने ड्रग्स का खुद का बिजनेस शुरू कर दिया और इससे कमाई रकम से लेमिंगटन रोड पर एक गेस्ट हाउस खरीद लिया. इस गेस्ट हाउस में बैठकर करीमलाला ने सिर्फ ड्रग्स का ही नहीं, मटके का भी बिजनेस शुरू कर दिया. बाद में हाजी मस्तान भी उतना ही बड़ा तस्कर बन गया. दाऊद इब्राहिम के ड्रग्स कारोबार से वाकिफ लोग बताते हैं कि उसने ड्रग के धंधे में करोड़ों नहीं, अरबों रुपये की कमाई सिर्फ तीन लोगों की वजह से की और ये तीन नाम हैं, खालिद पहलवान, मवद खान और विक्की गोस्वामी.

                            

बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी का पति है विक्की गोस्वामी 
विक्की गोस्वामी, पहले छोटा राजन का आदमी था, बाद में वह दाऊद से क्यों मिल गया. विक्की गोस्वामी, पहले छोटा राजन का आदमी था, बाद में वह दाऊद से क्यों मिल गया, इसकी एक अलग कहानी है. 1993 के मुंबई बम धमाकों के बाद जब दाऊद से छोटा राजन अलग हुआ, तब विक्की गोस्वामी दाऊद के साथ नहीं, बल्कि राजन के गिरोह में चला गया था. उसी दौरान अहमदाबाद के पाल्दी इलाके में विक्की गोस्वामी के घर पर फायरिंग होती है. कहा जाता है कि ये नाराज़ दाऊद इब्राहिम ने कराई थी. कहा ये भी जाता है कि कई साल पहले केन्या में हुई विक्की गोस्वामी की गिरफ्तारी और उसकी पत्नी अभिनेत्री ममता कुलकर्णी की हिरासत भी दाऊद की टिप पर ही हुई थी.

 

कई देशों में फैला हुआ है दाऊद का ड्रग नेटवर्क
शायद इन्हीं कारणों से विक्की गोस्वामी डर गया और फिर दाऊद का हो लिया. उसके बाद उसका ड्रग का कारोबार भारत सहित पूरी दुनिया में तेज़ी से फैलता गया और अभी भी रुका नहीं है. मुंबई पुलिस के एक सीनियर अफसर के मुताबिक, दाऊद का ड्रग्स नेटवर्क पूरे एशिया और अफ्रीका में फैला हुआ है. अफ़गानिस्तान, पाकिस्तान, नेपाल, भारत, बांग्लादेश, थाईलैंड और लाओस में ड्रग्स बनता या जमा होता है. इसे समुद्री रास्ते के ज़रिए भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका से दुबई पहुंचाया जाता है. दुबई महज़ एक ट्रांजिट पॉइंट है और कड़े कानून होने के चलते वहां ड्रग्स नहीं खपाया जाता. दुबई से ड्रग्स अफ़्रीकी देशो जैसे केन्या, तंजानिया, मोज़ाम्बिक, नाइजीरिया जैसे देशो में भेजा जाता है.

   

अभिनेत्री किम शर्मा के पति अली पंजानी का भी ड्रग रैकेट में नाम
सितंबर 2019- अमेरिका की ड्रग एनफोर्समेंट एजेंसी (डीईए) के एक सबसे बड़े ड्रग रैकेट में बॉलीवुड कनेक्शन अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के एक पूर्व सहयोगी और कथित तौर पर भारत से संचालित होने वाली एक दवा कंपनी के तार इस रैकेट से जुड़े बताए गए थे. इस दवा कंपनी में मैंड्रेक्स और एफेड्रिन जैसे ड्रग का उत्पादन किया जाता था. व्यापक जांच में दो पूर्व बॉलीवुड अभिनेत्रियों के पतियों की संलिप्तता भी सामने आई थी. जिन पर केन्या से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मादक पदार्थो की तस्करी करने के आरोप लगा था. न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले की जिला अदालत में 25 जुलाई, 2019 को डीईए द्वारा दायर जांच रिपोर्ट में डी-कंपनी के सहयोगी व बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी के पति विक्की गोस्वामी और अभिनेत्री किम शर्मा के पूर्व पति अली पंजानी के नाम का उल्लेख था.

भारत से युगांडा जाता था रॉ मैटेरियल
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि ममता कुलकर्णी के पति व दाऊद के सहयोगी गोस्वामी को दुबई की अदालत ने ड्रग तस्करी के आरोप में सजा सुनाई थी. 2013 में जेल से रिहा होने के बाद गोस्वामी ने केन्या से यह काम करना शुरू कर दिया, जहां वह पंजानी के संपर्क में आया. रिपोर्ट के मुताबिक, गोस्वामी ने एक भारतीय डॉ. बिपिन पांचाल से भी संपर्क साधा. मोम्बासा में डॉ. पांचाल और गोस्वामी के बीच एक मीटिंग हुई, जिसमें डॉ. पांचाल ने भरोसा दिलाया कि वह भारत में एक फार्माश्युटिकल कंपनी से एफेड्रिन की आपूर्ति का बंदोबस्त करा देंगे. फिर माल को युगांडा ले जाया जाएगा, जहां उसे मेथेमफेटामाइन में बदला जाएगा. डीईए के अधिकारियों ने खुलासा किया कि जब भारतीय कंपनी कथित तौर पर एफेड्रिन का उत्पादन कर रही थी, तभी उसे रोका गया और कंपनी बंद हो गई.