मस्जिदों को ढाल बना कश्मीर में आतंकवाद कैसे फैला? दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas

आतंकी हमलों के लिए मस्जिदों का गलत इस्तेमाल हो रहा  है. मस्जिदों की आड़ में पंपोर, सोपोर और शोपियां में आतंकी हमले हुए. मस्जिद का सहारा लेकर आतंकी गोलीबारी करते हैं और फिर भाग जाते हैं. आतंकियों ने 19 जून 2020 को पंपोर हमले के लिए मस्जिद की आड़ ली.

आतंकी हमलों के लिए मस्जिदों का गलत इस्तेमाल हो रहा  है. मस्जिदों की आड़ में पंपोर, सोपोर और शोपियां में आतंकी हमले हुए. मस्जिद का सहारा लेकर आतंकी गोलीबारी करते हैं और फिर भाग जाते हैं. आतंकियों ने 19 जून 2020 को पंपोर हमले के लिए मस्जिद की आड़ ली.

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Deepak Pandey
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देश की बहस( Photo Credit : न्यूज नेशन)

कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने खुलासा किया है कि आतंकी हमलों के लिए मस्जिदों का गलत इस्तेमाल हो रहा  है. मस्जिदों की आड़ में पंपोर, सोपोर और शोपियां में आतंकी हमले हुए. मस्जिद का सहारा लेकर आतंकी गोलीबारी करते हैं और फिर भाग जाते हैं. कश्मीर के आईजी ने कहा कि आतंकियों ने 19 जून 2020 को पंपोर हमले के लिए मस्जिद की आड़ ली. पंपोर में मारे गए तीनों आतंकी शरण लेने के लिए जामिया मस्जिद में घुस गए थे. एक जुलाई 2020 को सोपोर में आतंकी हमले के लिए मस्जिद का इस्तेमाल किया गया. 'सोपोर की मस्जिद से आतंकियों ने CRPF पर हमला किया था. मस्जिद की आड़ में ही 9 अप्रैल 2021 का शोपियां आतंकी हमला किया गया. मस्जिद इंतिजामिया और आम नागरिक को इस तरह के कृत्यों की निंदा करनी चाहिए. शोपियां मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों में से एक हाल में ही आतंकी बना था. अपने बच्चों से आतंक की राह छोड़ने की लगातार अपील करें. मस्जिदों को ढाल बना कश्मीर में आतंकवाद कैसे फैला? दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas... यहां पढ़ें मुख्य अंश.

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  • ये लोग इस्लाम को ढाल बनाकर लड़ रहे हैं : तारेक फतेह, लेखक और पत्रकार, कनाडा
  • अगर कोई मस्जिद कोई इस्तेमाल कर रहा है तो उसमें इस्लामिक लीडर को आपत्ति करनी चाहिए  : तारेक फतेह, लेखक और पत्रकार, कनाडा
  • मस्जिदों में छिपकर हमला करते हैं आतंकी  : तारेक फतेह, लेखक और पत्रकार, कनाडा
  • आर्टिकल 370 हटने के बाद क्या हुआ, क्या आपने इसका ठेका ले रखा है : आरएसएन सिंह, पूर्व RAW अधिकारी  जब तुम अपने धर्म के नहीं हुए तो तुम क्या अपने
  • मजहब के खाक होगे  : आरएसएन सिंह, पूर्व RAW अधिकारी
  • बोल दो- पहला भारत में कभी शरीयत लागू नहीं होगा, दूसरा- भारत माता जय बोलो : आरएसएन सिंह, पूर्व RAW अधिकारी
  • रमजान में ही आपरेशन बदर हुआ था : आरएसएन सिंह, पूर्व RAW अधिकारी
  • हमने रामायण-महाभारत दिखा, तुम्हारे मजहब का भी भारत में डिस्कर्स होगा : आरएसएन सिंह, पूर्व RAW अधिकारी
  • हिन्दुस्तान में रहना है तो हिन्दुस्तान मुसलमान बनो : आरएसएन सिंह, पूर्व RAW अधिकारी
  • नई हवाएं अब तुर्की से आ रही हैं : आरएसएन सिंह, पूर्व RAW अधिकारी
  • जहां निकाह-हलाला होगी, वहां रेप भी होगा : आरएसएन सिंह, पूर्व RAW अधिकारी
  •  मस्जिदों से ऐलान हुआ था, मस्जिदों से ही हेडलिस्ट जारी की जाती थी : सुशील पंडित, राजनीतिक विश्लेषक   
  • दिमागों में जगह भरने का काम मस्जिदों से किया गया है : सुशील पंडित, राजनीतिक विश्लेषक 
  • ये लोग रमजान में सबसे ज्यादा कत्ल कराते हैं : सुशील पंडित, राजनीतिक विश्लेषक 
  • इनके दिमागों में इस तरह का जहर भर दिया गया है : सुशील पंडित, राजनीतिक विश्लेषक
  • आतंकियों के दिमाग में जहर घोला गया है : सुशील पंडित, राजनीतिक विश्लेषक
  • आतंकवादी मस्जिद का सदियों से कर रहा है : अंबर जैदी, राजनीतिक विश्लेषक
  • अफगानिस्तान के एक मस्जिद में विस्फोट साम्रगी बनाया जा रहा था : अंबर जैदी, राजनीतिक विश्लेषक
  • कश्मीरी पंडितों के लिए आपने क्या किया : अंबर जैदी, राजनीतिक विश्लेषक
  • धर्म से पहले राष्ट्र सुरक्षा है : अंबर जैदी, राजनीतिक विश्लेषक
  • मस्जिदों ने ऐलान कर कश्मीरी पंडितों को भगाया गया था : अंबर जैदी, राजनीतिक विश्लेषक
  •  99 प्रतिशत आतंकी हमले का मस्जिदों से कोई कनेक्शन नहीं है : इफरा जान, राजनीतिक विश्लेषक
  • आप बलत्कारियों का समर्थन कर रही हैं : इफरा जान, राजनीतिक विश्लेषक
  • हमारे घरों में शिक्षा-रोजगार की बातें होती हैं : इफरा जान, राजनीतिक विश्लेषक
  • ये कम्युनिस्ट मुसलमानों के बारे में कैसे बोल सकते हैं : इफ्तिखार मिसगर, राजनीतिक विश्लेषक  
  • हमारा मुल्क हिन्दुस्तान है : इफ्तिखार मिसगर, राजनीतिक विश्लेषक  
  • उग्रवाद का काम उग्र फैलाना है, वो कहीं भी घुस जाएगा : इफ्तिखार मिसगर, राजनीतिक विश्लेषक  
  • हमारा समक्ष फोर्स इन उग्रवादियों को गिरफ्तार भी कर सकता है : इफ्तिखार मिसगर, राजनीतिक विश्लेषक  
  • कोई मौलवी और कश्मरी मस्जिद का इस्तेमाल नहीं कर रहा है : इफ्तिखार मिसगर, राजनीतिक विश्लेषक  
  • आतंकवाद का मजहब को कोई वास्ता नहीं है : मौलाना अली कादरी, अध्यक्ष, सीरत उन नबी  
  • अगर कोई मस्जिद को आसरा बना रहा है तो ये गलत है : मौलाना अली कादरी, अध्यक्ष, सीरत उन नबी  
  • अगर कश्मीर में मस्जिद को सहारा बनाया जा रहा है तो ये गलत है : मौलाना अली कादरी, अध्यक्ष, सीरत उन नबी  
  • मौलवियों को इस पाक जगह को साफ करना चाहिए : चंद्रशेखर नेने, मुंबई, दर्शक
  • अगर एक फीसदी एनकाउंटर मस्जिदों से हो रही है तो क्या उसमें मस्जिद शामिल नहीं है : दीपक गुप्ता, जम्मू, दर्शक
  • धार्मिक रूप में आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है : दीपक गुप्ता, जम्मू, दर्शक
  • मस्जिदों को कानूनों के दायरे में लाना चाहिए : दीपक गुप्ता, जम्मू, दर्शक
  • जम्मू-कश्मीर एक विशेष राज्य था, अब तक उन्हें अलग राज्य मान रहे थे : प्रियंका तिवारी, भोपाल, दर्शक
  • जम्मू-कश्मीर की तुलना किसी अन्य राज्य से नहीं कर सकते हैं  : प्रियंका तिवारी, भोपाल, दर्शक
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