हरियाणा के सोनीपत में एक निजी अस्पताल में संवेदनहीनता की वजह से करगिल युद्ध में शहीद सैनिक की पत्नी की मौत हो गई है। परिवार के अनुसार अस्पताल ने महिला को सिर्फ इसलिए भर्ती नहीं किया क्योंकि परिवावालों के पास उनके आधार की ओरिजनल कॉपी नहीं थी।
परिवार वालों ने आरोप लगाया कि उनकी तरफ से मोबाइल पर आधार कार्ड की ई-कॉपी और आधार का नंबर अस्पताल को दिखाया गया था लेकिन बावजूद इसके अस्पताल ने इलाज करने से मना कर दिया।
मामले के प्रकाश में आने के बाद कारगिल युद्ध में शहीद कैप्टन विजयंत थापर के पिता वी.एन. थापर ने नाराजगी जताई।
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उन्होंने कहा कि ऐसी घटनायें सीमा पर सैनिकों का मनोबल गिराती हैं। मुझे उम्मीद है कि हरियाणा सरकार और रक्षा मंत्रालय इस घटना को संज्ञान में लेकर आरोपी अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
वहीं कारगिल युद्ध में शहीद मेजर सीबी द्विवेदी की बेटी ने कहा,' मैं सोच भी नहीं सकती की ऐसी घटना हुई है। इस घटना ने मुझे अंदर तक डरा दिया है। ईसीएचएस के फायदे तो हैं पर इसे आधार कार्ड से न जोड़ पाने की वजह से इलाज न होना बेहद शर्मनाक है।
गौरतलब है कि महिला को अस्पताल में जगह न दिए जाने की वजह से जब उन्हें दूसरे अस्पताल ले जाया जा रहा था उस दौरान उनकी मौत हो गई।
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Source : News Nation Bureau