क्या भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन ब्लास्ट के आरोपी IS ज्वाइन करना चाहते थे, NIA करेगी जांच?
सैफ़ुल्लाह ख़ान लखनऊ के एनकांउटर में मारा गया था।
नई दिल्ली:
भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन ब्लास्ट मामले में यूपी के तीनों आरोपी युवक के बारे में एक चौकाने वाला खुलासा हुआ है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक ये तीनों IS ज्वाइन करने के लिए जनवरी महीने में केरला के कोझीकोड गए थे। जिससे कि कोई ऐसा व्यक्ति या समूह मिले जो इन्हें सीरिया या अफ़गानिस्तान जाने में मदद करे।
दानिश अख्तर(26), अतीफ मुज़फ़्फर(22), और सैफ़ुल्लाह ख़ान(23) ये तीनों 28 दिसम्बर और 13 जनवरी के बीच बेंगलुरु और मैसुर होते हुए केरल के कोझीकोड गए थे। बता दें कि 8 मार्च को सैफ़ुल्लाह ख़ान लखनऊ के एनकांउटर में मारा गया था।
दानिश अख्तर और अतीफ मुज़फ़्फर भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन ब्लास्ट के फौरन बाद मध्यप्रदेश के होशंगाबाद ज़िले में पिपरिया से गिरफ्तार किये गये थे।
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पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने भी ये बताया था कि वे केरल के कोझीकोड गए थे। हलांकि इनका ये कहना था कि वहां पर अहले हदीस गुट के लोगों को डराया जा रहा था इसलिए तीनों उनसे मिलने गए थे।
जांच में पाया गया कि ये तीनों दरअसल वहां ऐसे समुह से मिलने गए थे जो इन्हें इस्लामिक स्टेट आतंकी ग्रुप से मिलवा सके। ब्लास्ट के सभी आरोपी 8 जनवरी को ट्रेन से बेंगलुरु पहुंचे थे और एक दिन रुके भी। बाद में वो बस के ज़रिए मैसूर होते हुए कोझीकोड पहुंचे और फिर ट्रेन से कानपुर लौट गए।
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दरअसल जांच टीम तीनों आरोपी और कोझीकोड के इंजीनियर शजीर मंगलासेरी के बीच का कनेक्शन ढ़ूढ़ रही है। बताया जाता है कि शजीर ने इससे पहले कई युवकों को केरल से अफ़गानिस्तान भेजने में मदद की थी।
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