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होम-क्‍वारंटाइन में भेजनी होगी हर घंटे सेल्‍फी, नियम तोड़ा तो होगी कड़ी कार्रवाई

होम क्‍वारंटाइन किए गए कोरोना वायरस संदिग्धों और रोगियों को अब हर घंटे सेल्फी भेजनी होगी. कर्नाटक सरकार ने ऐसे लोगों पर नजर रखने के लिए एक मोबाइल एप्लिकेशन क्‍वारंटाइन वॉच लांच किया है.

Updated on: 31 Mar 2020, 03:43 PM

बेंगलुरु:

होम क्‍वारंटाइन किए गए कोरोना वायरस संदिग्ध नियमों का ठीक तरीके पालन नहीं कर रहे हैं. इससे लगातार खतरा पैदा होता जा रहा है. अब ऐसे लोगों पर नजर रखने के लिए कर्नाटक सरकार के राजस्व विभाग द्वारा एक मोबाइल एप्लिकेशन 'क्‍वारंटाइन वॉच' विकसित किया गया है. इस ऐप पर ऐसे लोगों को हर घंटे अपनी सेल्फी भेजनी होगी. सरकार की ओर से लोगों को साफ चेतावनी दी गई है कि अगर लोगों ने नियमों का पालन नहीं किया तो उन्हें क्‍वारंटाइन सेंटर्स में भेजा जाएगा.

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सरकार की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कर्नाटक के चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. के सुधाकर के मुताबिक होम क्वारंटाइन लोगों के लिए एक ऐप तै.ार किया गया है. ऐसे लोग ऐप में अपना नामांकन करें और प्रति घंटे के आधार पर अपनी सेल्फी भेजें. मंत्री ने कहा, 'वे सभी लोग जिन्‍हें होम-क्‍वारंटाइन में रहने का आदेश दिया गया है, उन्‍हें सरकार को हर घंटे अपनी सेल्‍फी भेजनी होगी.' बता दें कि क्‍वारंटाइन वॉच से भेजी गई सेल्फी में जीएसपी ट्रैकर होता है, जो व्यक्ति के स्थान के बारे में बता देता है. उन्‍होंने कहा, 'यदि होम-क्‍वारंटाइन व्यक्ति हर एक घंटे में सेल्फी भेजने में विफल रहता है (रात 10 बजे से सुबह 7 बजे तक सोने के अलावा) तो सरकारी टीम ऐसे डिफॉल्टरों तक पहुंच जाएगी और वे सरकार द्वारा बनाए गए सामूहिक होम-क्‍वारंटाइन में स्थानांतरित होने के लिए उत्तरदायी होंगे.'

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सरकार की ओर से लोगों को साफ कहा गया है कि कि अगर कोई उनकी निगरानी करने वाली टीम को गुमराह करने के लिए गलत तस्वीरें भेजता है, तो उन्‍हें भी सामूहिक होम-क्‍वारंटाइन सेंटर में भेज दिया जाएगा. सरकार की ओर से टीम भी घर -घर जाकर लोगों को जांच करेंगी. इस दौरान टीम के सदस्‍य क्‍वारंटाइन व्‍यक्ति और उसके परिवार के सदस्‍याओं का फोटो खींचकर सरकार को भेजेगा। अगर हमारी टीम को कोई सदस्‍य घर पर नहीं मिलता है, तो उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी. कर्नाटक में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 83 मामले सामने आ चुके हैं और तीन लोगों की मौत हो चुकी है.