सहारनपुर में जातीय हिंसा के बाद तनाव बरकरार है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है।
आपको बता दें की पिछले करीब डेढ़ महीने सहारनपुर में तनाव है। प्रशासन ने हालात पर काबू पाने के लिए गुरुवार को धारा 144 लागू कर दी। साथ ही इंटरनेट और मैसेजिंग पर रोक लगा दी।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने गुरुवार को कड़ा रुख अपनाते हुए सहारनपुर के जिलाधिकारी एन.पी. सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस.सी. दुबे, उप जिलाधिकारी और पुलिस क्षेत्राधिकारी को निलंबित कर दिया। पुलिस ने हिंसा के मामले में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया है।
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मंगलवार को बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) अध्यक्ष मायावती के सहारनपुर के शब्बीरपुर के दौरे के बाद बडगांव क्षेत्र में दोबारा जातीय हिंसा भड़क गई जो धीरे-धीरे कई गांवों तक पहुंच गई।
सहारनपुर में प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि सचिव (गृह) मणि प्रसाद मिश्र, एडीजी (कानून व्यवस्था) आदित्य मिश्र, आइजी एसटीएफ अमिताभ यश, डीआइजी सुरक्षा विजय भूषण समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं। मेरठ जोन के एडीजी भी कैम्प कर रहे हैं। पीएसी और आरएएफ की टुकडियां डेरा डाले हैं।
Source : News Nation Bureau