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Amit Shah ने कांग्रेस के सवालों पर किया पलटवार, पूछा-चीनी दूतावास से पैसे क्यों लिए?

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में तवांग के मुद्दे पर कांग्रेस के सवालों पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बताए कि वर्ष 2005-07 के बीच राजीव गांधी फाउंडेशन को चीनी दूतावास से एक 1 करोड़ 35 लाख रुपये मिले थे, उसका उन्होंने क्या किया?

Updated on: 13 Dec 2022, 06:15 PM

highlights

  • कांग्रेस राजीव गांधी फाउंडेशन से जुड़े सवाल पर चर्चा से बचना चाहती है: शाह
  • फाउंडेशन को चीनी दूतावास से एक 1 करोड़ 35 लाख रुपये मिले थे
  • FCRA खाते में जुलाई 2011 को 50 लाख रुपये क्यों लिए

नई दिल्ली:

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में तवांग के मुद्दे पर कांग्रेस के सवालों पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बताए कि वर्ष 2005-07 के बीच राजीव गांधी फाउंडेशन को चीनी दूतावास से एक 1 करोड़ 35 लाख रुपये मिले थे, उसका उन्होंने क्या किया? कांग्रेस देश को बताए कि राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट ने जाकिर नाइक की संस्था से बिना अनुमति लिए FCRA खाते में जुलाई 2011 को 50 लाख रुपये क्यों लिए?  गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि लोकसभा में कांग्रेस के हंगामे की वजह कुछ और ही थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस राजीव गांधी फाउंडेशन से जुड़े सवाल पर चर्चा से बचना चाहती है. 

 

उन्होंने कहा कि जब उन्होंने सवालों की सूची देखी तो पांच नंबर सवाल को देखकर मुझे कांग्रेस की चिंता समझ में आई. यह सवाल राजीव गांधी फाउंडेशन के लाइसेंस रद्द होने को लेकर था. अमित शाह ने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन ने चीन से राशि ली. चीनी दूतावास से कांग्रेस के राजीव गांधी फाउंडेशन को 1.35 करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का दावा है कि दूतावास से मिली राशि भारत और चीन के रिश्तों पर शोध के लिए थी, तो देश यह जानना चाहता है कि क्या 1962 के युद्ध के दौरान भारत ने जो जमीन गंवाई थी, क्या उसे शोध में लगाया गया?

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गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर नि​शाना साधा कि नेहरू जी के प्रेम के कारण ही भारत यूएनएससी की स्थायी सदस्यता नहीं पा पाया. जब गलवान में देश के जवान चीनियों से मुकाबला कर रहे थे, चीनी दूतावास के अधिकारियों को रात्रिभोज कौन दे रहा था. कांग्रेस की सरकार में चीन ने पूरे अरुणाचल पर दावा किया. इसे उन्होंने शोध का विषय बनाया था क्या. अगर बनाया था तो इसका नतीजा क्या था?