मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फ्लोर टेस्ट के फैसले के बाद राजनीतिक पार्टियों में हचलच शुरू हो गई है. मध्य प्रदेश को लेकर गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के घर पर थोड़ी देर में बड़ी बैठक होगी. इस बैठक में शनिवार को होने वाले फ्लोर टेस्ट पर रणनीति बनेगी. इसे लेकर भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के आवास पर पहुंचे. इसके बाद केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, धर्मेंद्र प्रधान, ज्योतिरादित्य सिंधिया और पीयूष गोयल बैठक में शामिल होंगे. इस बैठक में यह रणनीति बनेगी कि कैसे कमलनाथ की सरकार गिर जाए और बीजेपी की सरकार बने. हालांकि, अभी तक किसी ने इसकी पुष्टि नहीं की है.
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बता दें कि मध्य प्रदेश में कमलनाथ की किस्मत का फैसला शुक्रवार को होगा. सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सभी पक्षों को सुना. इसके बाद कोर्ट ने कहा कि हमने 2 दिन चली जिरह को सुना. हमने सभी पक्षों के वकील सिंघवी, मुकुल और तुषार को सुना है. उन्होंने कहा कि फ्लोर टेस्ट 20 मार्च को होगा. यह फ्लोर टेस्ट हाथ खड़े कर मतदान होगा और इसकी वीडियोग्राफी भी होगी. इसकी समयसीमा 5 बजे तक है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर फ्लोर टेस्ट में 16 विधायक आना चाहते हैं तो कर्नाटक के डीजीपी (DGP) और मध्यप्रदेश डीजेपी सुरक्षा मुहैया कराएंगे.
दिग्विजय सिंह ने बागी विधायकों को लिखा पत्र, बोले- सोनिया गांधी बहुत दुखी हैं, गलती हुई हो तो...
बता दें कि मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कांग्रेस पार्टी से बगावत कर बेंगलुरू में डेरा डाले बैठे 22 बागी विधायकों से मिलने में नाकामयाब होने पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने अब पत्र लिखा है, जिसके जरिए वह बागी विधायकों तक अपना संदेश पहुंचाना चाहते हैं. लेटर लेकर वो गुरुवार को कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पास पहुंचे, जहां उन्होंने डीजीपी से पत्र विधायकों को सौंपने का आग्रह किया. हालांकि डीजीपी ने उनके निवेदन को स्वीकार नहीं किया. अब कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता दिग्विजय इस लेटर को कोरियर करेंगे.
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कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने पत्र में लिखा, 'मुझे दुख है कि कांग्रेस से आपके सालों पुराने संबंध होने के बाद भी भाजपा द्वारा आपको हम लोगों से मिलने से रोका जा रहा है. राजनीति में कई बार ऐसा समय आता है जब मनुष्य से गलतियां हो जाती हैं और यह उसका स्वभाव है. यदि मेरे या कांग्रेस के किसी सीनियर नेता के आचरण से आपको ठेस पहुंची हो तो मैं खुद आपसे मिलकर चर्चा करना चाहता हूं. आपके द्वारा हमारी किसी गलती पर भावावेश में ऐसा कदम उठा लिया गया.'