हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र राज्यपाल आचार्य देवव्रत के अभिभाषण के साथ बुधवार को शुरू हुआ। उन्होंने अपने अभिभाषण में कांग्रेस सरकार के शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक क्षेत्र में किए गए कार्यों की प्रशंसा की।
सत्र के दौरान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह साल 2017-18 का बजट 10 मार्च को पेश करेंगे। इस दौरान कुल 21 बैठकें होंगी और यह सात अप्रैल को समाप्त होगा।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह 20वीं बार बजट प्रस्तुत करेंगे। वह साल 1983 में वह पहली बार मुख्यमंत्री बने थे।
राज्यपाल ने अपने घंटे भर से ज्यादा समय के संबोधन में सदन में कहा कि सरकार ने शिक्षा क्षेत्र को शीर्ष प्राथमिकता दी है। परिणामस्वरूप हिमाचल में गुणवत्तापरक शिक्षा संस्थानों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने कहा कि 2016-17 के दौरान सरकार ने 154 माध्यमिक और 109 हाईस्कूलों को उन्नत किया है। इसके अलावा पहाड़ी राज्य में 17 नए डिग्री कॉलेज खोले गए हैं।
उन्होंने कहा कि 99.88 फीसदी सरकारी स्कूलों को पेयजल मुहैया कराया जा रहा है, जबकि 99.79 फीसदी स्कूलों में लड़कियों के लिए अलग शौचालय हैं।
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उन्होंने कहा कि बीते साल 28 अक्टूबर को राज्य को खुले में शौच से मुक्त कर दिया गया था। यह स्वास्थ्य के लिए अच्छा संकेत है। राज्य में राष्ट्रीय स्तर की 21 की तुलना में जन्म दर 16.4 है, जबकि शिशु मृत्यु दर राष्ट्रीय स्तर के 42 की तुलना में 28 है।
उन्होंने कहा कि बीते साल कुल 184.50 लाख पर्यटक राज्य में आए। यह इससे पहले के साल की तुलना में 5.24 फीसदी अधिक था। उन्होंने पर्यटन के क्षेत्र में सरकार की कई योजनाओं का जिक्र किया।
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Source : News Nation Bureau