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UP और Delhi में अगले 48 घंटे में भारी बारिश की संभावना, IMD का अलर्ट

उत्तर प्रदेश के कई जिलों में पिछले 24 घंटों में 100 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है. अगले कुछ घंटों तक ऐसे ही हालात बने रहने की आशंका है.

Updated on: 17 Sep 2021, 12:04 AM

highlights

  • भारी बारिश से उत्तर प्रदेश के कई जिलों की हालात चिंताजनक
  • जौनपुर में भारी बारिश के कारण दीवार ढह जाने से 3 लोगों की मौत
  • दिल्ली में मानसून की बारिश ने 1000 मिमी के निशान को पार किया 

 

नई दिल्ली:

मानसून इस समय उत्तर भारत पर मेहरबान बना हुआ है. दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश में लगातार भारी बारिश हो रही है. भारी बारिश से उत्तर प्रदेश के कई जिलों की हालात चिंताजनक बन गयी हैं. प्रदेश के कई जिलों में पिछले 24 घंटों में 100 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है. अगले कुछ घंटों तक ऐसे ही हालात बने रहने की आशंका है. वहीं दिल्ली में भी गुरुवार दोपहर तक 1159.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जो 1964 के बाद से सबसे अधिक और अब तक की तीसरी सर्वाधिक बारिश है.

मौसम विभाग ने राज्य के पूर्वी क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. साथ ही गुरुवार और शुक्रवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है. पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड में 16 सितंबर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही एक एडवायजरी जारी कर लोगों से खराब मौसम के लिए तैयार रहने को कहा गया है.

मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए लखनऊ, गाजियाबाद, बाराबंकी, सुल्तानपुर, मथुरा, सीतापुर, अयोध्या, मुरादाबाद, शामली, वाराणसी, संभल, बुलंदशहर, बिजनौर, अमरोहा, गोरखपुर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और प्रयागराज समेत यूपी के 30 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.

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वहीं राष्ट्रीय राजधानी की बात की जाए तो दिल्ली में सितंबर में हुई बारिश ने 400 मिमी के निशान को पार कर लिया है. गुरुवार दोपहर तक हुई 403 मिमी बारिश सितंबर 1944 में 417.3 मिमी के बाद से इस महीने में हुई सबसे अधिक वर्षा है.

बारिश के चलते कई मौतें और आर्थिक हानि

बारिश के चलते उत्तर प्रदेश में अब तक सात लोगों की जान जा चुकी है.  बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में बिजली आपूर्ति भी बाधित रही. रायबरेली में 24 घंटे में 186 मिमी बारिश होने के बाद स्कूलों में दो दिन की छुट्टी कर दी गई है.  कई इलाकों में रेलवे ट्रैक डूब गए हैं और सड़कों पर पानी भर जाने के बाद अंडरपास को भी बंद कर दिया गया है.

उत्तर प्रदेश के जौनपुर के सुजानपुरा में भारी बारिश के कारण दीवार ढह जाने से 3 लोगों की मौत हो गई है. वहीं बाराबंकी के रामसनेही घाट इलाके में भी ऐसी ही घटना में दो लोगों की मौत हो गई है. इसके अलावा कौशांबी, अयोध्या और सीतापुर में भी बारिश के कारण हुई घटनाओं में लोगों की मौत की खबर मिली है, हालांकि इसकी संख्या की फिलहाल जानकारी नहीं मिल सकी है.

दो दशकों में तीसरी बार दिल्ली में इतनी बारिश

सामान्य तौर पर, दिल्ली में मानसून के मौसम में 653.6 मिलीमीटर बारिश होती है. पिछले साल राजधानी में 648.9 मिली बारिश हुई थी. एक जून को जब मानसून शुरू होता है, तब से 15 सितंबर के बीच शहर में सामान्य तौर पर 614.3 मिमी बारिश होती है. दिल्ली से मानसून 25 सितंबर तक लौटता है.

आईएमडी के मुताबिक, शहर के लिए आधिकारिक मानी जाने वाली सफदरजंग वेधशाला का कहना है कि शहर में बृहस्पतिवार को दोपहर तक इस मौसम की 1159.4 मिमी बारिश हो चुकी है. 1975 में 1,155.6 मिमी और 1964 में 1190.9 मिमी बारिश हुई थी. अब तक की सबसे ज्यादा बारिश का रिकॉर्ड 1933 में हुई 1,420.3 मिमी वर्षा का है. इससे पहले, सुबह मौसम विभाग ने दिल्ली में दिन में मध्यम बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया था. शुक्रवार को हल्की बारिश की संभावना है. पिछले दो दशकों में यह केवल तीसरी बार है जब दिल्ली में मानसून की बारिश ने 1000 मिमी के निशान को पार किया है.