पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सीमा पर भी भारत और पाकिस्तान सेना के बीच तनाव बढ़ गया है. आज कश्मीर के राजौरी जिले में एलओसी (नियंत्रण रेखा) पर शाम करीब 6.30 बजे से पाकिस्तानी रेंजर्स ने भारतीय चौकियों को निशाना बनाते हुए भारी गोलीबारी शुरू कर दी. पाकिस्तानी की इस नापाक हरकत का बीएसएफ भी कड़ा जवाब दे रही है और अभी भी दोनों तरफ से फायरिंग जारी है. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद के मुताबिक शाम लगभग 6.30 बजे नौशेरा सेक्टर के कलाल क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना ने मोर्टार के साथ भारी गोलाबारी और छोटे हथियारों से फायरिंग शुरू कर दी.
अधिकारी ने कहा, "भारतीय सेना ने जोरदार और प्रभावी रूप से जवाब दिया. दोनों सेनाओं के बीच इसी सेक्टर में मंगलवार को भी गोलीबारी हुई थी."
इससे पहले 20 जनवरी को भी राजौरी जिले में ही पाकिस्तान और भारतीय सैनिकों के बीच गोलीबारी हुई थी. पाकिस्तानी सेना ने नौशेरा सेक्टर के खोरी और कलाल क्षेत्रों में छोटे और स्वचालित हथियार और मोर्टार भारतीय ठिकानों पर दागे थे. .पाकिस्तान जनवरी महीने की शुरुआत में नियंत्रण रेखा पर पांच बार फायरिंग और गोले दाग चुका है. पाकिस्तान की ओर से यह सिलसिला अब भी जारी है. एक अधिकारी ने कहा, 'हमारे सैनिकों ने इसका प्रभावी रूप से जवाब दिया. अंतिम रिपोर्ट आने तक, हमारे पक्ष से किसी के हताहत होने या किसी अन्य नुकसान की सूचना नहीं थी. पाकिस्तान की तरफ से गोलीबारी दोपहर एक बजे शुरू हुई.'
पाकिस्तान ने तोड़ दिया है सीजफायर का सारा रिकॉर्ड
जम्मू संभाग में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर और पुंछ और राजौरी क्षेत्रों में पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा इस महीने संघर्ष विराम उल्लंघन की दो दर्जन से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं. पाकिस्तान 2003 में भारत के साथ हुए संघर्ष विराम समझौते का लगातार उल्लंघन करता आ रहा है. पिछले 15 सालों के दौरान पाकिस्तानी सैनिकों ने वर्ष 2018 में सबसे ज्यादा 2,936 बार सीजफायर का उल्लंघन किया.
इससे पहले शुक्रवार को श्रीनगर के लाल चौक में आतंकियों ने सीआरपीएफ के गश्ती दल पर ग्रेनेड से हमला किया था. कुछ देर बाद ही एक और घटना को अंजाम देते हुए आतंकवादियों ने शोपियां जिले में एक पुलिस कैंप पर ग्रेनेड से हमला किया.
Source : News Nation Bureau