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दिल्ली-NCR समेत पूरे उत्तर भारत में बढ़ेगी तपिश, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट

अगले कुछ दिनों तक इस गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है. मौसम विभाग के अनुसार कम से कम 15 तारीख तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहेगा.

Updated on: 05 Apr 2022, 07:51 AM

highlights

  • 1901 के बाद अब तक मार्च के महीने में इतना तापमान देखने को नहीं मिला है
  • एनसीआर के शहरो में आज से तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रहेगा

नई दिल्ली:

आमतौर पर हर साल मार्च महीने में ठंड का थोड़ा असर हमेशा से देखने को मिला है. मगर इस बार माह के आखिरी दिनों में प्रचंड गर्मी ने दस्तक दे दी है. इस बार गर्मी ने 121 वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. उत्तर भारत समेत राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली के साथ मध्य प्रदेश,आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में तपिश को महसूस किया जा रहा है. देश की राजधानी नई दिल्ली और उससे सटे हुए एनसीआर (NCR Temperature) के इलाकों में भीषण गर्मी का प्रकोप अभी कुछ दिनों तक जारी रहने वाला है. एनसीआर के शहरो में आज से तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रहेगा. अगले कुछ दिनों तक इस गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है. मौसम विभाग के अनुसार कम से कम 15 तारीख तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहेगा. चौंकाने वाला तथ्य ये है कि समुद्र के तटीय इलाकों और हिमाचल की तलहटी वाले क्षेत्रों में तापमान औसत से काफी अधिक है.

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भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस बात की पुष्टि की है कि1901 के बाद अब तक मार्च के महीने में इतना तापमान देखने को नहीं मिला है. मार्च 2022 में देश का अधिकतम औसत तापमान 33.10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. वहीं इसके पहले मार्च 2010 में अधिकतम औसत तापमान 33.09 डिग्री सेल्सियस था. 

मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामनि के अनुसार, सामान्य तापमान से जब अधिकतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है तो उसे सीवियर हीट वेव माना जाता है. वहीं जब ये 4.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता वो हीट वेव की वर्ग में आता है. एक दिन पहले ही  राजस्थान, दिल्ली, दक्षिण हरियाणा में तापमान 42-43 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया है. जबकि इन क्षेत्रों का आमतौर पर तापमान 36-37 डिग्री रहता है. इन इलाकों में सीवियर हीट वेव चल रही है और ये ऐतिहासिक भी है.

पाकिस्तान की तरफ से आने वाली शुष्क हवाएं

विशेषज्ञों का मानना है कि आमतौर पर वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ- पश्चिम से आने वाली हवाएं) के कारण मार्च के मौसम में थोड़ी नमी देखने को मिलती है. मगर इस बार पाकिस्तान की तरफ से आने वाली हवाएं एकदम शुष्क (सूखी) रहीं. इस वजह से राजस्थान, गुजरात, हरियाणा में तापमान ज्यादा बढ़ा है. इस गर्मी के पीछे अल-निनो या ला-निनो का कोई खास असर नहीं है. 

दिल्ली-एनसीआर में तापमान बढ़ेगा

मौसम विभाग के अनुसार इस साल मार्च-अप्रैल में ज्यादा गर्मी पड़ने वाली है. मार्च के मध्य से ही यहां तापमान बढ़ने लगा था. मार्च के आखिर में ही तापमान 40 के पहुंचा था. लू चलने की वजह से दिल्ली-एनसीआर के लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा. अभी अगले दस दिनों तक गर्मी के प्रकोप से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. मौसम विभाग के अनुसार, उत्‍तर पश्चिम, मध्‍य और पश्चिमी भारत में अगले 4-5 दिनों तक लू का प्रकोप जारी है. हालांकि एक अप्रैल से उत्‍तर पश्चिम भारत में लू की तीव्रता कम होने का अनुमान है.