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स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने योग गुरु रामदेव को लिखा पत्र, कहा 'एलोपैथी पर बयान वापस लें'

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को योग गुरु रामदेव को पत्र लिखकर एलोपैथी के खिलाफ उनके आपत्तिजनक बयान को वापस लेने के लिए कहा है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने शनिवार को इसे लेकर योग गुरु के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.

Updated on: 23 May 2021, 07:29 PM

दिल्ली :

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को योग गुरु रामदेव को पत्र लिखकर एलोपैथी के खिलाफ उनके आपत्तिजनक बयान को वापस लेने के लिए कहा है.  इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने शनिवार को इसे लेकर योग गुरु के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि स्वास्थ्यकर्मी देशवासियों के लिए हर दिन कोविड -19 के खिलाफ लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि योग गुरु के बयान से 'कोरोना योद्धाओं' की भावनाओं को ठेस पहुंची है.  स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उनका बयान न केवल कोरोना वॉरियर्स का निरादर करता है, बल्कि देशवासियों की भावनाओं को भी ठेस पहुंचाई है.

योग गुरु रामदेव पर आरोप है कि उन्‍होंने एलोपैथी को 'स्‍टूपिड साइंस' करार देते कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित लाखों मरीजों की जान एलोपैथिक दवाएं लेने के बाद हुई. बता दें कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने योग गुरु बाबा रामदेव के उस बयान पर अपना नाराजगी जाहिर की थी जिसमें उन्होंने एलोपैथी के खिलाफ बोला था. इसके साथ ही आईएमए ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से रामदेव के ऊपर कार्रवाई करने की भी मांग की थी.

दरअसल सोशल मीडिया पर रामदेव का एक वीडियो चल रहा है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर एलोपैथी के खिलाफ बोला है. मेडिकल एसोसिएशन ने इसी संदर्भ में शनिवार को एक प्रेस रिलीज जारी किया है. आईएमए ने मांग की है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री उनके आरोपों को मानते हुए आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं को खत्म कर दे या फिर उनके ऊपर महामारी रोग अधिनियम (Epidemic Diseases Act) के तहत मामला दर्ज किया जाए और मुकदमा चलाया जाए.