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तेज़ सिर दर्द, सुनने में दिक्कत और मुंह सूखना... कराएं तुरंत Corona Test

अब कोरोना संक्रमण के लक्षण भी और बढ़ चुके हैं. अब इस कड़ी में तेज सिर दर्द, सुनने में परेशानी और मुंह सूखना भी शामिल हो गया है.

Updated on: 08 Sep 2021, 08:43 AM

highlights

  • सिर दर्द, सुनने में परेशानी और मुंह सूखना हैं कोरोना के नए लक्षण
  • हर गुजरते दिन के साथ कोरोना संक्रमण के सामने आ रहे नए लक्षण
  • कोरोना वैक्सीन लगवाएं और खुद समेत परिवार को सुरक्षित बनाएं

नई दिल्ली:

बीते साल जब दुनिया भर में कोरोना संक्रमण (Corona Epdiemic) ने तेजी से अपने पांव पसारने शुरू किए थे, तो स्वाद-गंध के गायब होने समेत नाक बहना को कोविड-19 (COVID-19) के प्रारंभिक लक्षण बतौर मान्यता मिली थी. इसके बाद जैसे-जैसे कोरोना का कहर तेज होता गया, अलग-अलग लक्षणों की फेहरिस्त बढ़ने लगी. इनमें गले में खराश, बुखार और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण शामिल होते गए. अब जब डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) तक कोरोना का म्युटेंट अपना रूप-स्वरूप बदल चुका है, तब कोरोना संक्रमण के लक्षण भी और बढ़ चुके हैं. अब इस कड़ी में तेज सिर दर्द, सुनने में परेशानी और मुंह सूखना भी शामिल हो गया है. 

नए लक्षणों की वजह से सावधानी की जरूरत
गौरतलब है कि कोरोना वायरस ने सबसे पहले चीन के वुहान शहर में नवंबर 2019 में दस्तक दी थी. इसके अगले साल मार्च-अप्रैल आते-आते दुनिया के तमाम शहर इसके कहर से जूझ रहे थे. अब कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉक्टर राहुल पंडित ने कोरोना के कुछ नए उभरते लक्षणों के बारे में बताया है. उनके मुताबिक सुनने में कठिनाई, कंजक्टवाइटिस, काफी ज्यादा कमजोरी, मुंह सूखना और लार कम निकलना, लंबे समय तक चलने वाला सिरदर्द और त्वचा पर चकत्ते भी कोरोना के लक्षण हो सकते हैं. गौरतलब है कि बीते दिनों राहुल पंडित ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकात के वक्त कोरोना के नए लक्षणों को लेकर सरकार को आगाह किया था. उन्होंने आगाह करते हुए यह भी कहा था कि कोरोना के नए लक्षण विकसित हो रहे हैं. लिहाज़ा इस पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है.

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दस्त-उल्टी जैसे भी हैं लक्षण
मुंबई के आरएन कूपर अस्पताल में ईएनटी प्रमुख डॉ समीर भार्गव के मुताबिक नस में सूजन या संक्रमण से क्लॉट के चलते सुनने में थोड़ी दिक्कत आती है. हालांकि उन्होंने कहा कि भारत में बहरेपन की शिकायत कम आ रही है. डॉक्टर भार्गव ने ये भी कहा कि ऐसे मरीज़ों का इलाज स्टेरॉयड से किया जाता है. कोविड-19 टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉक्टर संजय ओक ने कोविड के लक्षणों की अलग-अलग डिग्री के बारे में विस्तार से बात की. उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान डेल्टा वेरिएंट के चलते कई मरीजों को दस्त, गैस और उल्टी जैसे लक्षणों का सामना करना पड़ा. हालांकि लोगों में अलग-अलग तरह के बुखार देखे गए. किसी को बुखार नहीं आया तो किसी को अचानक बुखार चढ़ गया. कोरोना संक्रमित किसी शख्स को दो-तीन दिन बाद बुखार आया. कई मामलों में तो संक्रमण के दौरान एक बार आए बुखार के ठीक होने के बाद भी दोबारा बुखार आ गया. यानी नए लक्षणों को लेकर चिकित्सकों के साथ-साथ आम लोगों को भी सावधानी बरतने की जरूरत है.