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HDFC बैंक ने बचत खातों और सैलरी खातों पर ट्रांजैक्शन चार्ज बढ़ाया

अगर आपका भी सेविंग अकाउंट या सैलरी अकाउंट देश के दूसरे सबसे बड़े प्राइवेट बैंक एचडीएफसी में है तो कैश लेन देने पर अपनी जेब ढीली करने के लिए तैयार हो जाइए।

Updated on: 04 Feb 2017, 05:37 PM

नई दिल्ली:

अगर आपका भी सेविंग अकाउंट या सैलरी अकाउंट देश के दूसरे सबसे बड़े प्राइवेट बैंक एचडीएफसी में है तो कैश लेन देने पर अपनी जेब ढीली करने के लिए तैयार हो जाइए।

एचडीएफसी बैंक ने नकदी से जुड़े कामों में शुल्क में बढ़ोतरी करने का फैसला किया है। बैंक ने लोगों को नकद लेन देन की जगह डिजिटल ट्रांजैक्शन की तरफ आकर्षित करने के लिए ये फैसला लिया है।

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एचडीएफसी के एक अधिकारी ने कहा है कि 1 मार्च से कुछ ट्रांजैक्शन पर लगने वाले फीस को बढ़ाने का फैसला किया गया है। इसके अलावा थर्ड पार्टी ट्रांजैक्शन को भी प्रति दिन 25000 हजार रुपये तक सीमित कर दिया गया है। इससे पहले ये सीमा 50000 रुपये तक थी। बैंक ने ब्रांच में होने वाले मुफ्त ट्रांजैक्शन की सीमा को भी घटाकर 5 से 4 कर दिया है।

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नॉन फ्री ट्रांजैक्शन के लिए भी शुल्क को 50 फीसदी बढ़ाकर 150 रुपये कर दिया है। बैंक अधिकारी के मुताबिक ये नयी फी पॉलिसी सिर्फ सैलरी और बचत खातों पर लागू होगी।

एचडीएफसी बैंक ने होम ब्रांचेज में फ्री कैश ट्रांजिक्शन की सीमा को दो लाख रुपये तक सीमित कर दिया है। इसमें जमा और निकासी दोनों शामिल है। जबकि दूसरी शाखाओं से आप सिर्फ 25000 रुपये तक का ही मुफ्त लेन देन कर पाएंगे।

2 लाख रुपये से ऊपर ट्रांजैक्शन करने पर न्यूनम शुल्क 150 रुपये या फिर 5 रुपये प्रति हजार की दर से वसूला जाएगा।

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