सैनिक स्कूल में लड़कियों को दाखिले में पक्षपात पर हाई कोर्ट का केंद्र को नोटिस

सैनिक स्कूलों और राष्ट्रीय मिलिटरी स्कूल में लड़कियों के एडमिशन के संबंध में दायर एक याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। रक्षा मंत्रालय इन स्कूलों का संचालन करती है।

सैनिक स्कूलों और राष्ट्रीय मिलिटरी स्कूल में लड़कियों के एडमिशन के संबंध में दायर एक याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। रक्षा मंत्रालय इन स्कूलों का संचालन करती है।

author-image
pradeep tripathi
एडिट
New Update
सैनिक स्कूल में लड़कियों को दाखिले में पक्षपात पर हाई कोर्ट का केंद्र को नोटिस

सैनिक स्कूलों और राष्ट्रीय मिलिटरी स्कूल में लड़कियों के एडमिशन के संबंध में दायर एक याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। रक्षा मंत्रालय इन स्कूलों का संचालन करती है।

Advertisment

कार्यवाहक चीफ जस्टिस गीता मित्तल और जस्टिस सी हरि शंकर की बेंच ने रक्षा मंत्रालय को नोटिस जारी करते हुए इस संबंध में उसके पक्ष को लेकर जानकारी मांगी है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि एडमिशन की प्रक्रिया में 'संस्थागत पक्षपात' किया जाता है और सिर्फ लड़कों का ही एडमिशन लिया जाता है।

केंद्र सरकार के वकील संजीव नरूला ने बेंच कहा कि नेशनल डिफेंस अकादमी और सैनिक स्कूलों में लड़कियों को जल्द ही एडमिशन देने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।

हालांकि कोर्ट ने केंद्र को इस संबंध में हलफनामा दाखिल कर वस्तुस्थिति बताने की मांग की है और अगली सुनवाई के लिये 16 अप्रैल की तारीख तय की है।

और पढ़ें: चीन और पाकिस्तान आतंकवाद को दे रहा बढ़ावा, भारत ने लिया आड़े हाथ

याचिकाकर्ता वकील कुश कालरा ने सरकार के वकील की दलील का विरोध करते हुए कहा कि रक्षा मंत्रालय की तरफ से चलाए जा रहे स्कूलों की प्रक्रिया न सिर्फ संवैधानिक नियमों को बल्कि 'वो सैनिकों और रक्षा क्षेत्र से जुड़े कर्मचारियों की लड़कियों के लिये एक ऐसी स्थिति बनाते हैं कि वो अच्छी शिक्षा से वंचित रह जाते हैं।'

याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि लड़कियों को एडमिशन न देकर स्कूल सबको शिक्षा देने के अपने ही विज़न के खिलाफ जाते हैं।

और पढ़ें: कुछ लोगों ने चालाकी से 2G को घोटाला करार दिया, जबकि ऐसा नहीं था: कोर्ट

Source : News Nation Bureau

MoD Sainik schools Rashtriya Military Schools Delhi High Court ministry of defence
      
Advertisment