आने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिआ राजनीतिक दल अपनी तैयारी में जुट गए हैं. जननायक जनता पार्टी (Jan Nayak Janta Party) और बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) ने हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 (Haryana Assembly Elections 2019) मिलकर लड़ने का फैसला किया है.
यह भी पढ़ें- पांच मुख्यमंत्रियों के साथ रूस पहुंचे सीएम योगी, Photo's में देखें उनकी यात्रा
दिल्ली में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा (Satish Chandra Mishra) और जननायक जनता पार्टी के संस्थापक दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने इसकी घोषणा की. दुष्यंत चौटाला ने जननायक जनता पार्टी की स्थापना 2018 में की थी. जननायक जनता पार्टी 50 और बसपा 40 सीटों पर हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 लड़ेगी.
2014 में बसपा जीती थी एक सीट
2014 के विधानसभा चुनाव में हरियाणा की सभी 90 सीटों पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवार उतारे थे. जिसमें बीजेपी ने 47 सीटों पर जीत हासिल करके पहली बार राज्य में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी. बीजेपी ने 33.33 प्रतिशत वोट हासिल किए थे.
यह भी पढ़ें- जम्मू एवं कश्मीर से 24 कैदी लखनऊ लाए गए, आगरा जेल भी लाए गए थे 26 कैदी
इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभर कर आया. उसने 88 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. जिनमें से सिर्फ19 ही जीत हासिल कर सके. राज्य की 40 सीटों पर उनके उम्मीदवार दूसरे नंबर पर आए. इनेलो ने 24 प्रतिशत वोटों पर कब्जा हासिल किया था.
यह भी पढ़ें- मुस्लिम महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजी राखी, मौलाना हुए खफा
बसपा ने इस चुनाव में 87 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे लेकिन सिर्फ एक ही सीट जीत पाई थी. बसपा को 4.4 प्रतिशत वोट मिले थे. लोकसभा चुनाव 2019 में गठबंधन से बसपा को बहुत फायदा हुआ.
यह भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश विधानसभा का उपचुनाव नहीं लड़ेगी शिवपाल की पार्टी
जिस बसपा ने 2014 में एक सीट भी नहीं जीती थी उसने 2019 में 10 सीटों पर कब्जा जमा लिया. गठबंधन के अपने इसी प्रयोग को अब शायद बीएसपी हरियाणा में आजमाना चाहती है. उत्तर प्रदेश के अलावा अब हरियाणा में भी बसपा अपनी अच्छी पकड़ बनाना चाहती है.
Source : News Nation Bureau