सांसद हरसिमरत कौर बादल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में सदियों पुराने गुरु नानक पैलेस को ढहाने के मामले में दखल देने की मांग की है. उन्होंने सोमवार रात एक ट्वीट किया, 'पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में औकफ प्रशासन के साथ मिलकर कुछ उपद्रवियों द्वारा ऐतिहासिक गुरु नानक पैलेस को ढहाए जाने की निंदा करने वाले सिख समुदाय में मैं भी शामिल हो गई हूं.'
I join the #Sikh community in condemning the demolition of historical #GuruNanakPalace in #Pakistan's #Punjab province by some vandals in connivance with Auqaf authorities. As #Sikhs are deeply anguished, I urge @narendramodi ji to strongly take it up with Pak PM @ImranKhanPTIpic.twitter.com/r91oleknOW
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) May 27, 2019
उन्होंने प्रधानमंत्री से इस मुद्दे को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के समक्ष मजबूती से रखने का आग्रह किया है. इस घटना के बाद से सिख समुदाय बहुत दुखी है. समाचार पत्र डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, ईंटों, बालू, मिट्टी और चूना के पत्थरों से लगभग चार सदियों पहले बना हुआ माना जा रहा गुरु नानक पैलेस लाहौर से लगभग 100 किलोमीटर दूर बथनवाला गांव में है. गुरु नानक बाबा के चार मंजिला पैलेस में भारत समेत दुनियाभर से सिख आते हैं.
इमारत के चारों तरफ बनी दीवारों पर सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक के साथ-साथ कई हिंदू राजाओं और राजकुमारों के चित्र थे. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, इमारत में 16 बड़े कमरे थे और सभी कमरों में कम से कम तीन सुंदर दरवाजे और चार रोशनदान थे. रिपोर्ट के अनुसार, इमारत को उपद्रवियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया और इसके बाद उन्होंने इसकी कीमती खिड़कियां, दरवाजे और रोशनदान भी बेच दिए.