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तेलंगाना : फाइनेंसरों के उत्पीड़न से परेशान परिवार ने की आत्महत्या

तेलंगाना : फाइनेंसरों के उत्पीड़न से परेशान परिवार ने की आत्महत्या

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IANS
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(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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फाइनेंसरों द्वारा कथित उत्पीड़न के कारण तेलंगाना के एक परिवार के चार लोगों ने आत्महत्या कर ली।

पड़ोसी आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में एक दंपति और उनके दो बेटों के आत्महत्या करने के एक दिन बाद उनके रिश्तेदारों ने कहा कि कुछ वित्तीय संस्थानों द्वारा उत्पीड़न ने दंपति को आत्महत्या जैसा कदम उठाने पर मजबूर किया।

तेलंगाना के निजामाबाद जिले के रहने वाले पुप्पला सुरेश (57), पी.श्रीलता (49), पी. अखिल (24) और पी.आशीष (26) ने शनिवार को आत्महत्या कर ली।

जहां लता और आशीष ने कुछ इंजेक्शन लगाकर खुद को मार लिया, वहीं सुरेश और अखिल ने कृष्णा नदी में छलांग लगा दी।

शुरुआती जांच में पता चला है कि इतना बड़ा कदम उठाने से पहले उन्होंने सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें कर्ज वसूलने के लिए उन्हें परेशान करने वालों के नाम का जिक्र था।

सुरेश ने अपने रिश्तेदारों को आत्महत्या करने का कारण बताते हुए एक सेल्फी वीडियो भी भेजा। उन्होंने कथित तौर पर उन लोगों का ब्योरा दिया, जिन्होंने उन पर दबाव डाला। प्रताड़ना सहन न कर पाने पर परिवार ने खुदकुशी कर ली।

पुलिस के अनुसार, परिवार 6 जनवरी को कनक दुर्गा मंदिर में दर्शन करने के लिए विजयवाड़ा आया था।

कमरे में लता और आशीष के शव मिले। पुलिस को अंदेशा है कि उन्होंने अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए जहरीले पदार्थों से सजे कुछ इंजेक्शन लिए थे। पुलिस ने कमरे से खारा बोतलें, सीरिंज, इंजेक्शन और आईवी द्रव की बोतलें बरामद की हैं।

सुरेश और अखिल ने कथित तौर पर कृष्णा नदी में छलांग लगा दी और उनके शव निकाले गए।

सरकारी सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शवों को निजामाबाद से विजयवाड़ा पहुंचे परिजनों को सौंप दिया गया है।

एक हफ्ते में इस तरह की यह दूसरी घटना है। तेलंगाना के भद्राद्री कोठागुडेम जिले के पलोंचा में एक 45 वर्षीय व्यवसायी, उनकी पत्नी और उनकी 12 वर्षीय जुड़वां बेटियों ने 3 जनवरी को अपने घर में आत्मदाह कर लिया।

बाद में पुलिस द्वारा बरामद किए गए सुसाइड नोट और सेल्फी वीडियो में, एम. नागा रामकृष्ण ने आरोप लगाया कि वे कोठागुडेम विधायक वनमा वेंकटेश्वर राव के बेटे वनमा राघवेंद्र राव द्वारा उत्पीड़न के कारण चरम कदम उठा रहे थे।

30 लाख रुपये के कर्ज वाले व्यवसायी ने आरोप लगाया कि राघवेंद्र ने उसे अपनी पत्नी को हैदराबाद लाने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि राघवेंद्र ने अपनी शारीरिक इच्छा को पूरा करने के लिए अपनी राजनीतिक और धन शक्ति का उपयोग करने की कोशिश की।

रामकृष्ण ने अपनी मां सूर्यावती और उनकी बहन के.लोवा माधवी को भी यह कहते हुए दोषी ठहराया कि उन्होंने संपत्ति साझा करने में उनके साथ अन्याय करने की कोशिश की।

कुछ दिनों तक गिरफ्तारी से बचने के बाद, राघवेंद्र को आखिरकार 7 जनवरी को पकड़ लिया गया। शनिवार को एक अदालत ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

--अईएएनएस

एचके/एसजीके

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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