logo-image

Happy Birthday PM Narendra Modi: पीएम नरेंद्र मोदी की 40 अनसुनी कहानियां, पढ़ें यहां

गुजरात के वडनगर में एक निर्धन परिवार से दिल्ली की सत्ता के शिखर तक पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)की जिंदगी भी एक मुकम्‍मल किताब है.

नई दिल्‍ली:

गुजरात के वडनगर में एक निर्धन परिवार से दिल्ली की सत्ता के शिखर तक पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)की जिंदगी भी एक मुकम्‍मल किताब है. संघर्षों की वह दास्‍तां है जिसे हर किसी को पढ़ना चाहिए. एक शख्स कड़े संघर्ष के बाद शून्य से शिखर तक का सफर तय करने वाले पीएम नरेंद्र दामोदर दास मोदी एक ऐसे शख्‍स हैं जिन्‍हें पार्टी के अंदर और पार्टी के बाहर भी बहुत से लोग पसंद नहीं करते थे. गुजरात दंगों के बाद उन्‍हें कौन-कौन से उपमा से नहीं नवाजा गया लेकिन यह उनकी मेहनत और संघर्ष ही है कि आज राजनीतिक दुनिया में कहा जाता है कि 'मोदी युग' चल रहा है.

  1. 17 सितंबर 2019 मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन है. मोदी 69 साल के हो जाएंगे. 17 सितंबर ही के दिन सन् 1950 में उनका जन्म गुजरात के वडनगर में हुआ था. आइए जानते हैं सेना में शामिल होने का सपना देखने और रेलवे स्‍टेशन पर चाय बेचने वाला एक बालक कैसे देश के प्रधानमंत्री के रूप में आज करोड़ों भारतीयों की तकदीर लिख रहा है..
  2. नरेंद्र मोदी का परिवार काफी गरीब था. बचपन में उनका पूरा परिवार छोटे से एक घर में रहता था. उनके पिता रेलवे स्टेशन पर चाय बेचते थे. पिता का हाथ बंटाते हुए नरेंद्र मोदी ने कई साल स्‍टेशन पर चाय बेची.
  3. पीएम मोदी एक अच्छे छात्र भी रहे. उनके स्कूल के साथी नरेंद्र मोदी को एक मेहनती छात्र बताते हैं और कहते हैं कि वह स्कूल के दिनों से ही बहस करने में माहिर थे. वो काफी समय पुस्तकालय में बिताते थे.
  4. पीएम मोदी को बचपन में तैराकी का भी शौक था. नरेंद्र मोदी वडनगर के भगवताचार्य नारायणाचार्य स्कूल में पढ़ते थे. बचपन में पीएम मोदी का सपना भारतीय सेना में जाकर देश की सेवा करने का था, हालांकि उनके परिजन उनके इस विचार के सख्त खिलाफ थे.

    यह भी पढ़ेंः Happy Birth Day PM Modi Ji: प्रधानमंत्री बनने के बाद जानें कहां और कैसे पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)ने मनाया अपना जन्‍मदिन

  5. नरेंद्र मोदी जामनगर के पास स्थित सैनिक स्कूल में पढ़ने के बेहद इच्छुक थे, लेकिन जब फीस चुकाने की बात आई तो घर पर पैसों की कमी आड़े आ गई. उनका सपना, सपना रह गया.
  6. बचपन से ही वह संघ यानी RSS की साखा में जाते रहते थे. गुजरात में आरएसएस का मजबूत आधार भी था. वे 1967 में 17 साल की उम्र में अहमदाबाद पहुंचे और उसी साल उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सदस्यता ली. बाद में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक बने.
  7. 1974 में वे नव निर्माण आंदोलन में शामिल हुए. सक्रिय राजनीति में आने से पहले मोदी कई वर्षों तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे. इसके बाद 1980 के दशक में वह गुजरात की बीजेपी ईकाई में शामिल हुए.
  8. 1988-89 में भारतीय जनता पार्टी की गुजरात ईकाई के महासचिव बनाए गए. नरेंद्र मोदी ने लाल कृष्ण आडवाणी की 1990 की सोमनाथ-अयोध्या रथ यात्रा के आयोजन में अहम भूमिका अदा की.
  9. साल 1995 में उन्हें पार्टी ने और ज्यादा जिम्मेदारी दी. उन्हें भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय सचिव और पांच राज्यों का पार्टी प्रभारी बनाया गया.
  10. 1998 में उन्हें महासचिव (संगठन) बनाया गया. इस पद पर वो अक्‍टूबर 2001 तक रहे. लेकिन 2001 में केशुभाई पटेल को मुख्यमंत्री पद से हटाने के बाद मोदी को गुजरात की कमान सौंपी गई.
  11. 2001 में मुख्यमंत्री की पद संभाली तो सत्ता संभालने के 5 महीने बाद ही गोधरा कांड हुआ. इस कांड में कई हिंदू कारसेवक मारे गए. इसके बाद फरवरी 2002 में ही गुजरात में दंगे भड़क उठे. इस दंगे में सैकड़ों लोग मारे गए.
  12. दंगों को लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने गुजरात का दौरा किया, तो उन्होंनें उन्हें 'राजधर्म निभाने' की सलाह दी. गुजरात दंगो में पीएम मोदी पर कई संगीन आरोप लगे. उन्हें मुख्यमंत्री के पद से हटाने की बात होने लगी.
  13. जब नरेंद्र मोदी को सीएम पद से हटाने की बात चली तो तत्कालीन उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी उनके समर्थन में आए और वह राज्य के मुख्यमंत्री बने रहे. बता दें पीएम मोदी के खिलाफ दंगों से संबंधित कोई आरोप किसी कोर्ट में सिद्ध नहीं हुए.
  14. दिसंबर 2002 के विधानसभा चुनावों में पीएम मोदी ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद 2007 के विधानसभा चुनावों में और फिर 2012 में भी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी गुजरात विधानसभा चुनावों में जीती.
  15. 2009 के लोकसभा चुनाव बीजेपी ने लालकृष्ण आडवाणी को आगे रखकर लड़ा था, लेकिन यूपीए के हाथों शिकस्त झेलने के बाद आडवाणी का कद पार्टी में घटने लगा.
  16. जब 2012 में लगातार तीसरी बार नरेंद्र मोदी ने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की, तब तक ये माना जाने लगा था कि अब मोदी राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश करेंगे. ऐसा ही हुआ भी जब मार्च 2013 में नरेंद्र मोदी को बीजेपी संसदीय बोर्ड में नियुक्त किया गया और सेंट्रल इलेक्शन कैंपेन कमिटी का चेयरमैन बनाया गया.
  17. वो एकमात्र ऐसे पदासीन मुख्यमंत्री थे, जिसे संसदीय बोर्ड में शामिल किया गया था. ये साफ तौर पर संकेत था कि अब मोदी ही अगले लोकसभा चुनावों में पार्टी का मुख्य चेहरा होंगे.
  18. साल 2014 में नरेंद्र मोदी के चेहरे पर भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव लड़ा और यहीं से राष्ट्रीय राजनीति में 'मोदी युग' की शुरुआत हुई. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आई. बीजेपी ने अकेले दम पर 282 सीटों पर जीत दर्ज की.
  19. एक प्रत्याशी के रूप में पीएम मोदी ने देश की दो लोकसभा सीटों वाराणसी और वडोदरा से चुनाव लड़ा और दोनों निर्वाचन क्षेत्रों से विजयी हुए. नरेन्द्र मोदी ने 26 मई 2014 को भारत के 14वें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली.
  20. इसके बाद अगले पांच साल तक पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल में एक के बाद एक कई महत्वपूर्ण फैसले लिए. पीएम मोदी की लोकप्रियता हर दिन के साथ बढ़ती गई.
  21. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ा सवाल था कि क्या पीएम मोदी एक बार फिर अपना जादू दोहरा पाएंगे. नतीजे जब आए तो देश ने एकतरफा बीजेपी के खाते में वोट किया और इस बार भी पीएम मोदी के चेहरे पर NDA की ऐतिहासिक जीत हुई.
  22. 2019 लोकसभा चुनाव की जीत 2014 से काफी बड़ी थी. इस चुनाव में बीजेपी ने 303 सीटों पर जीत दर्ज की.
  23. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को रूस ने सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टले सम्मान के लिए चुना है। पीएम मोदी को यह अवॉर्ड भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को प्रोत्साहित करने में उत्कृष्ठ योगदान के लिये चुना गया
  24. आर्डर आफ द सेंट एंड्रू द एपोस्टल विज्ञान, संस्कृति और कला के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों, शख्सियतों को रूस की समृद्धि और गौरव को प्रोत्साहित करने के लिये उनके उत्कृष्ठ कार्यो के लिये प्रदान किया जाता है ।
  25. यह सम्मान उत्कृष्ठ कार्य करने वाले विदेशी शासनाध्यक्षों को भी प्रदान किया जाता है। यह सम्मान पहले चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, कजाख्स्तान के राष्ट्रपति नुरसुल्तान नजरवायेव तथा अजरबैजान के राष्ट्रपति ग्येदार एलियेव को प्रदान किया जा चुका है।
  26. साल 1998 से लेकर जून 2018 तक यह अवॉर्ड सिर्फ 18 लोगों को दिया गया है, जिनमें हथियारों के डिजाइनर मिखाइल कलाश्निकोव, लेखक अलेगजेंडर सोलजेझेनिटिज्न, कोरियोग्राफर ग्रीगोरोविच और पूर्व सोवियत संघ के राष्ट्र राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव शामिल हैं। १२ अप्रैल को रूस ने इस अवार्ड का एलान किया था
  27. बिल मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की तरफ से स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत करने के लिए पीएम मोदी को पुरस्कार से नवाजा जाएगा. अमेरिका यात्रा के दौरान उनको यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा. सिटंबर के आखिरी हफ्ते में पीएम मोदी यूएस जा सकते हैं
  28. 24 अगस्त 2019  को बहरीन के राजा के साथ मुलाकात के दौरान पीएम मोदी को द किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनसां(The King Hamad Order of the Renaissance) से सम्मानित किया गया।पीएम मोदी ने बहरीन की ओर से यह सम्मान मिलने के बाद कहा, 'मैं द किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनसां से सम्मानित होने से खुद को सम्मानित और सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं। उन्होंने कहा की यह पूरे भारत के लिए सम्मान की बात है। यह बहरीन और भारत के बीच घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंधों का प्रतीक है।'
  29. 8 June 2019 को मालदीव के सबसे बड़े नागरिक सम्मान "निशान-इज्जुद्दीन" (Nishan Izzuddeen) से नवाजा गया .यह सम्‍मान गणमान्‍य विदेशी व्‍यक्‍तियों को दिया जाता है. ये मालदीव का सबसे बड़ा सम्मान माना जाता है
  30. 12 April 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस ने अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान- सेंट एंड्रयू अवॉर्ड से सम्मानित किया था. इसकी मंजूरी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी दी थी. ये सम्मान उन्हें भारत और रूस के रिश्तों को मजबूत और विशेष रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए दिया गया है.
  31. 4 April 2019 संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार जायेद मेडल दिया था. यूएई के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने कहा था "भारत के साथ हमारे ऐतिहासिक और व्यापक रणनीतिक संबंध हैं, जो मेरे प्रिय मित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वपूर्ण भूमिका से मजबूत हुए हैं, जिन्होंने इन संबंधों को बड़ा बढ़ावा दिया है. उनके प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए यूएई के राष्ट्रपति उन्हें जायद मेडल से सम्मानित किया है." यूएई के संस्थापक पिता शेख जायद बिन सुल्तान अल नाहयान के नाम पर यह देश हर साल ‘ऑर्डर ऑफ जायद’ सम्मान देता है।
  32. feb 2019  दक्षिण कोरिया ने सियोल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. वह यह सम्मान हासिल करने वाले पहले भारतीय और दुनिया की 14वीं शख्सियत हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सियोल पुरस्कार समिति ने भारतीय और वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास में उनके योगदान को मान्यता देते हुए और अमीर और गरीब के बीच सामाजिक और आर्थिक विषमता को कम करने के लिए उनकी विशिष्ट आर्थिक नीतियां मोदीनॉमिक्स को श्रेय देते और भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि, विश्व शांति, मानव विकास में सुधार और भारत में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए दिया गया था.
  33. October 2018 चैंपियंस ऑफ अर्थ अवॉर्डः पर्यावरण के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम उठाने के लिए संयुक्त राष्ट्र (UN) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को "चैंपियंस ऑफ अर्थ" के खिताब से सम्मानित किया था. पीएम मोदी के अलावा ये अवॉर्ड फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो को भी दिया गया था. बता दें, मोदी को ये अवॉर्ड पिछले साल अक्टूबर महीने में दिया गया था.
  34. 4 June 2016ः आमिर अमानुल्लाह खान अवार्ड---साल 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान का दौरा किया था. जहां अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने मोदी को अफगानिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'आमिर अमानुल्लाह खान' से नवाजा था.
  35. 10 February 2018 को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)के फिलीस्तीन में ग्रैंड कॉलर सम्मान से नवाजा जा चुका है. यह विदेशी मेहमानों को दिया जाने वाला फिलीस्तीन का सर्वश्रेष्ठ सम्मान है.
  36. जनवरी 2019 में फिलिप कोटलर प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उत्कृष्ट नेतृत्व और भारत के प्रति निस्वार्थ सेवा के लिए प्रथम फिलिप कोटलर प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड के लिए चुना गया था.
  37. 3 April 2016 को पीएम मोदी को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान दिया गया था. यूएई के इस सबसे खास सम्मान से अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरुन, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो को सम्मानित किया जा चुका है.
  38. अमेरिका में 29 सितंबर 2014 को मेडिसन स्क्वायर (Madison Square) और 27 सितंबर 2015 को सिलिकॉन वैली (Silicon Valley) में अपना जलवा दिखा चुके पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)(PM Narendra Modi)अब 22 सितंबर को ह्यूस्टन में 50 हजार से ज्यादा लोगों को संबोधित करेंगे.