वित्त वर्ष 2017-18 के लिए बजट पेपर्स की प्रिंटिंग से पहले हलवा बनाने की परंपरा आज होनी है। वित्त मंत्री अरुण जेटली 'हलवा परंपरा' में शामिल होंगे। यह परंपरा बजट पेपर्स की प्रिटिंग के शुरुआत के लिए मनाई जाती है।
परंपरा के अनुसार हर साल बजट पेपर्स की प्रिंटिंग के लिए हलवा एक बड़ी कढाई में बनाया जाता है और वित्त मंत्रालय के सभी कर्मचारियों को खिलाया जाता है। इसी परंपरा के साथ बजट की तैयारी में जुटे बड़ी संख्या में कर्मचारियों को एक हफ्ते के लिए मंत्रालय में ही रुकना पड़ता है।
जब तक सदन में बजट पेश नहीं कर दिया जाता मंत्रालय के कर्मचारी अपने घर नहीं जा सकते और न ही परिवार से संपर्क नहीं कर पाते हैं। इस बार आम बजट 1 फरवरी को पेश किया जा रहा है और मोदी सरकार का यह तीसरा आम बजट होगा।
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एक जानकारी के मुताबिक, बजट तैयार करने की प्रक्रिया में जुटे कर्मचारी बिना अपने परिवार के संपर्क के एक हफ्ता मंत्रालय में गुज़ारते हैं। ऐसे में उनके पास सिर्फ एक फोन होता है जिसके जरिए वह केवल कॉल रिसीव कर सकते हैं लेकिन कॉल कर नहीं सकते हैं।
बता दें कि बजट पत्र वित्त मंत्रालय के निजी प्रेस में छपते हैं। वित्त मंत्रालय के करीब 100 कर्मचारी इस दौरान बजट पेश होने तक मंत्रालय में ही रहेंगे और उनका बाहरी दुनिया से संपर्क प्रतिबंधित होगा।
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Source : News Nation Bureau