प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा की गई पहल देश में महिलाओं के समग्र स्वास्थ्य में सुधार लाने में कारगर साबित हुई है।
महिलाओं के कल्याण की दिशा में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में किए गए उपायों के प्रभाव पर विस्तार से चर्चा करते हुए मोदी ने कहा: जब स्वास्थ्य की बात होती है, इलाज की बात होती है, तो हमारे यहां महिलाएं अक्सर पीछे रह जाती हैं।
मोदी ने कहा, स्वच्छ भारत अभियान के तहत बने करोड़ों शौचालयों ने महिलाओं को बहुत सारी बीमारियों से बचाया है। उज्ज्वला योजना के तहत मिले गैस कनेक्शन ने महिलाओं को जानलेवा धुएं से मुक्ति दिलाई है। जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल आने से करोड़ों महिलाओं का पानी से होने वाली बीमारियों से बचाव हुआ है। मिशन इंद्रधनुष ने करोड़ों महिलाओं का मुफ्त टीकाकरण करके उन्हें गंभीर बीमारियों से बचाया है।
प्रधानमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना और राष्ट्रीय पोषण मिशन ने महिलाओं के स्वास्थ्य संकेतकों में सुधार किया है।
उन्होंने कहा, जब सरकार संवेदनशील होती है, जब गरीब के प्रति सेवा की भावना होती है, तो ऐसे ही काम किया जाता है।
शुक्रवार को, पीएम मोदी ने गुवाहाटी में 3,400 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं की नींव रखी और राष्ट्र को समर्पित किया।
प्रधानमंत्री ने एम्स गुवाहाटी और तीन अन्य मेडिकल कॉलेज राष्ट्र को समर्पित किया।
उन्होंने असम एडवांस्ड हेल्थ केयर इनोवेशन इंस्टीट्यूट (एएएचआईआई) की आधारशिला भी रखी और पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई ) कार्ड वितरित करके आपके द्वार आयुष्मान अभियान शुरू किया।
प्रधानमंत्री ने एक गरीब परिवार के इलाज के लिए वित्तीय संसाधनों की कमी की दुर्दशा के बारे में भी अपनी समझ से अवगत कराया।
उन्होंने आयुष्मान योजना के बारे में बात की, जिसमें पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त है। इसी तरह, 9,000 जन औषधि केंद्र सस्ती दवा उपलब्ध करा रहे हैं।
उन्होंने स्टेंट और घुटने के प्रत्यारोपण के लिए मूल्य सीमा तय करने और और हर जिले में मुफ्त डायलिसिस केंद्र खोले जाने का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि 1.5 लाख से अधिक कल्याण केंद्र शीघ्र निदान और बेहतर उपचार के लिए महत्वपूर्ण परीक्षण प्रदान कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के बारे में भी बात की जो दशकों से गरीबों के लिए बहुत बड़ी चुनौती बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता, योग और आयुर्वेद के माध्यम से आरोग्य बढ़ेगा और बीमारियों से बचाव होगा।
सरकारी योजनाओं की सफलताओं का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत पीएम जन आरोग्य योजना का उदाहरण दिया और कहा कि यह गरीबों के लिए एक सहायता प्रणाली बन गई है, जिससे उन्हें 80,000 करोड़ रुपये बचाने में मदद मिली है।
उन्होंने मध्यम वर्ग को 20,000 करोड़ रुपये बचाने में मदद करने का श्रेय जन औषधि केंद्रों को दिया।
उन्होंने आगे कहा कि स्टेंट और घुटने के प्रत्यारोपण की लागत में कमी के कारण गरीब और मध्यम वर्ग को हर साल 13,000 करोड़ रुपये की बचत हो रही है, जबकि मुफ्त डायलिसिस की सुविधा से गरीब किडनी रोगियों को 500 करोड़ रुपये बचाने में मदद मिली है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि असम में करीब एक करोड़ आयुष्मान भारत कार्ड सौंपने का अभियान भी शुरू हो चुका है।
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Source : IANS