दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यहां रविवार को एक रैली में शिक्षा, स्वास्थ्य और शासन सहित कई मुद्दों पर असम के अपने समकक्ष हिमंत बिस्वा सरमा की आलोचना की।
केजरीवाल ने असम के मुख्यमंत्री की पत्नी द्वारा राज्य में निजी स्कूल खोले जाने की भी आलोचना की।
आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक ने कहा, मैंने सुना है कि असम के मुख्यमंत्री की पत्नी ने एक निजी स्कूल खोला है, जिसमें लाखों रुपये फीस ली जाती है। यह बहुत खतरनाक है। अगर मुख्यमंत्री की पत्नी खुद निजी स्कूल चलाती हैं, तो राज्य की शिक्षा प्रणाली जल्द ही पूरी तरह से ध्वस्त हो जाएगी।
उन्होंने यह भी दावा किया कि ये चीजें पहले दिल्ली में भी हो रही थीं।
केजरीवाल ने कहा, दिल्ली में कभी हर विधायक और मंत्री निजी स्कूल चलाते थे। उन्होंने शिक्षा प्रणाली को पंगु बना दिया था और लोगों को भारी फीस के साथ निजी स्कूलों में दाखिला लेने के लिए मजबूर किया। लेकिन हमने पूरे परिदृश्य को बदल दिया है, और आप देख सकते हैं कि दिल्ली सरकार के स्कूल अब कैसे हो गए हैं, जहां निजी स्कूलों से नाम कटवाकर बच्चों का सरकारी स्कूलों में दखिला करवाया जाता है, क्योंकि ये स्कूल बेहतर रिजल्ट दे रहे हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि आप का एक भी विधायक निजी स्कूल के कारोबार से जुड़ा नहीं है।
उन्होंने कहा, अगर आप असम में सत्ता में आती है तो हम इस राज्य में भी दिल्ली की तरह स्कूल विकसित करेंगे।
केजरीवाल ने असम में भाजपा सरकार और दिल्ली में आप सरकार के प्रदर्शन के बीच तुलना भी की।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, 2015 में हमारी पार्टी ने दिल्ली में सरकार बनाई और हेमंत बिस्वा सरमा 2016 में असम में सत्ता में आए। आप देख सकते हैं कि हमने इन सभी वर्षो में दिल्ली का कैसे विकास किया। हमने विश्वस्तरीय स्कूल बनाए और मोहल्ला क्लीनिक खोले। इलाज और दवाएं अब दिल्ली में मुफ्त हैं। किसी को भी इलाज के बारे में सोचने की जरूरत नहीं है, चाहे वह अमीर हो या गरीब।
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने माफिया राज को बढ़ावा देने के अलावा इन सभी वर्षो में असम के लोगों के लिए कुछ नहीं किया है।
उन्होंने कहा, असम में कुछ दिन पहले एक पेपर लीक हुआ था, लेकिन कोई सजा नहीं दी गई। ऐसा इसलिए है, क्योंकि यहां भाजपा के शासन में एक सिंडिकेट चल रहा है। कोयले से लेकर सुपारी तक, सब कुछ माफियाओं द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जिनके सत्तारूढ़ दल से संबंध हैं।
उन्होंने यह भी दावा किया कि असम में बेरोजगारी दर बहुत अधिक है और सरमा युवाओं को रोजगार देने के अपने वादे पर विफल रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा, मैं यहां आने से पहले कुछ युवाओं से मिला था। यहां कम से कम 22 लाख लोग बेरोजगार हैं, नौकरी की अपील कर रहे हैं, लेकिन उनकी कोई नहीं सुनता। हेमंत बिस्वा सरमा ने पिछले चुनाव से पहले नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन वह बुरी तरह विफल रहे। जिस गति से वह रोजगार प्रदान कर रहे हैं, असम में बेरोजगारी के मुद्दे से निपटने में कम से कम 100 साल लगेंगे।
उन्होंने दावा किया कि दिल्ली सरकार ने 12 लाख लोगों को नौकरी दी है। पंजाब में आप सरकार ने सिर्फ एक साल में 28,000 नौकरियां पैदा की हैं।
केजरीवाल ने मानहानि का मुकदमा दायर करने की धमकी देने के लिए हिमंत बिस्वा सरमा पर भी कटाक्ष किया।
आप नेता ने कहा, असम के लोग बहुत अच्छे हैं। वे मेहमानों का अच्छा सत्कार करते हैं और यह यहां की परंपरा है। लेकिन दुर्भाग्य से हिमंत बिस्वा सरमा राज्य के मुख्यमंत्री बनने के बाद भी असम की परंपराओं को नहीं सीख सके।
केजरीवाल ने पूछा, वह (हिमंत बिस्वा सरमा) मुझे जेल में डालने की धमकी दे रहे हैं। क्यों? क्या मैं आतंकवादी हूं?
उन्होंने यह भी कहा : हिमंत बिस्वा सरमा ने मेरे खिलाफ धमकी जारी की हो सकती है, लेकिन मैं उन्हें अपने मेहमान बनने के लिए आमंत्रित करता हूं। मैं उन्हें दिल्ली में स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिक दिखाने के लिए अपनी कार में ले जाऊंगा।
गौरतलब है कि इससे पहले असम के मुख्यमंत्री ने कहा था कि अगर अरविंद केजरीवाल ने अपने असम दौरे के दौरान उन्हें भ्रष्ट कहा तो वह आप नेता के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराएंगे।
सरमा ने केजरीवाल को कायर भी कहा था।
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Source : IANS