गुरुग्राम गोलीकांड में हरियाणा पुलिस के सुरक्षा गार्ड ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. गुरुग्राम के डीसीपी क्राइम, सुमित जैन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये पूरी घटना की जानकारी दी. गोलीकांड के पीछे धर्म परिवर्तन जैसे कयासों पर विराम लगाते हुए पुलिस ने बताया कि किसी बात को लेकर टोके जाने पर उसने जज के बेटे और पत्नी को गोली मार दी. डीसीपी ने कहा, 'गुस्सा आने पर महिपाल ने पहले जज के बेटे को बेटे को गोली मारी और फिर उनकी पत्नी को.' बताया जा रहा है गैर हाजिरी को लेकर सवाल पूछे जाने पर महिपाल ने गुस्से में आकर मां और बेटे को गोली मार दी थी. पुलिस के मुताबिक, महिपाल घर के काम करवाने को लेकर भी नाराज़ था.
क्या है मामला ?
बता दें कि जज की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी ने गुरुग्राम में बीच सड़क पर मां-बेटे को गोली मार दी थी. गोली मारने वाला हरियाणा पुलिस का कांस्टेबल महिपाल सिंह न्यायाधीश की सुरक्षा के लिए उनके साथ दो साल पहले जुड़ा था. वह महेंद्रगढ़ के भुंगारका गांव का रहने वाला है. इस पूरे वारदात से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है. गोली लगने के बाद अचेत अवस्था में पड़े घायल जज के बेटे को गनमैन उसे गाड़ी में डालने की कोशिश करता है. आसपास खड़े लोग तमाशबीन बने रहते है. गाड़ी में डालने में नाकाम गनमैन घायल बेटे को बीच सड़क पर छोड़ फरार हो जाता है.
फरीदाबाद भागने की कोशिश के दौरान उसे गिरफ्तार कर लिया गया. रविवार को उसे हरियाणा पुलिस से बर्खास्त कर दिया गया. शनिवार को सेक्टर 49 में जिस दौरान हमला हुआ, उस वक्त न्यायाधीश सरकारी गाड़ी में मौजूद नहीं थे. जज की पत्नी रितु (38) की ज्यादा खून बहने से मौत हो गई जबकि बेटे ध्रुव (18) को अस्पताल में इलाज के दौरान 'ब्रेन डेड' घोषित कर दिया गया.