बिहार के गया जिला में एक सरकारी स्कूल शौचालय के बिना काम कर रहा है, जिससे छात्र और अध्यापक दोनों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
गुरु नानक मध्य विधालय में करीब छह सौ छात्र पड़ते है जिसमे 400 लड़कियां और 200 लड़के है। अक्सर छात्रों को टॉयलेट करने के लिए अपने घरों या अपने दोस्तों के घर जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
8 वीं कक्षा के छात्र अंजली कुमारी ने बताया, 'हमारे घर बहुत दूर हैं, इसलिए हम अपने दोस्तों के घरों में शौचालयों का इस्तेमाल करते हैं, जो स्कूल के करीब रहते हैं।'
छात्रों और शिक्षकों ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे के बारे में नगर निगम को सूचित किया है। अधिकारियों ने स्कूल को आश्वासन दिया है कि वे जल्द ही शौचालयों का निर्माण करवाएंगे।
स्कूल की एक अध्यापिका पुनामी कुमारी ने कहा कि मई 2014 से जब से हमने स्कूल में पढ़ाना शुरु किया है तब से स्कूल में शौचालय नहीं देखा है।
स्कूल की प्रिंसिपल ब्रजमोहन ठाकुर ने बताया, 'विद्यालय नगर निगम निगम के प्रबंधन के अधीन आता है। मैंने एक आवेदन दिया और कार्यालय भी गए थे। उन्होंने आश्वासन भी दिया, लेकिन अभी तक कोई काम शुरू नहीं हुआ है।'
ठाकुर ने कहा कि स्कूल के चारों तरफ कोई दीवार भी नहीं है। गया मेयर वीरेन्द्र कुमार ने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है।
उन्होंने कहा, 'मुझे शौचालयों की कमी के बारे में स्कूल से कोई आवेदन नहीं मिला है। यह पहली बार है कि मुझे आपके द्वारा समस्या के बारे में पता चल रहा है।'
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Source : News Nation Bureau