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कौन कहता है जम्मू-कश्मीर में जश्न का माहौल है, गुलाम नबी आजाद ने उठाए सवाल

गुलाम नबी आजाद ने कहा, 22 जिलों में से 20 जिलों में कर्फ्यू या कर्फ्यू जैसे हालात है. टेलिविज़न, लैंडलाइन, मोबाइल और नेंट नही चल रहे हैं

Updated on: 06 Aug 2019, 01:14 PM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के मोदी सरकार के फैसले को कई राजनीतिक पार्टियों का समर्थन मिल रहा है, लेकिन कांग्रेस इसका काफी विरोधी कर रही है. इस बीच कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद का बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने मीडिया से अपील की है कि वो सरकार के झांसे में नाए आए. गुलाम नबी आजाद ने कहा, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद दिखाया जा रहा है कि कश्मीर में जश्न का माहौल है.

उन्होंने कहा, इस मामले पर पूरे राज्य के बारे में मैंने जानकारी हासिल की है. 22 जिलों में से 20 जिलों में कर्फ्यू या कर्फ्यू जैसे हालात है. टेलिविज़न, लैंडलाइन, मोबाइल और नेंट नही चल रहे हैं. घाटी के 10 जिलो में ऐसा कर्फ्यू है कि संचार के साथ परिवहन बंद है. अगर कोई डिश है तो टीवी देख सकता है वरना केबल बंद है.  जम्मू के 6 जिले में कर्फ्यू है और 3 में कर्फ्यू जैसे हालात हैं.

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गुलाम नबी आजाद ने आगे कहा, चिनाव वैली जिसमे मैं रहता हूं, वहां 3 जिले है जहां कर्फ्यू है. कोई टेलीफोन सर्विस नहीं है. उधमपुर और कठुआ जहां हिन्दू भाईयों की मेजोरिटी है, वहां भी मोबाइल सर्विस नही है. इसके अलावा करगिल कल से बंद है. वहां यूटी के खिलाफ खुद से लगाया गया कर्फ्यू है. उन्होने मीडिया से अपील की है कि इस मामले में वे सरकार के झांसे में न आएं.

इससे पहले राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर पूनर्गठन बिल पर चर्चा करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा था, मैंने सोचा भी नहीं था कि इस तरह का फैसला सरकार लेने जा रही है. मुझे लगा था कि आरक्षण विधेयक को लेकर सरकार कोई निर्णय लेगी. मैं तो यह सोचकर समर्थन करने के लिए आया था. पिछले एक हफ्ते से पूरा राज्‍य परेशान था.  खुद रात को ढाई बजे सोया. कई फोन आ रहे थे, तमाम अफवाहें फैल रही थीं. कोई परिसीमन की बात कर रहा था तो कोई कह रहा था कि धारा 370 खत्‍म होगा तो कोई 35ए के बारे में तरह-तरह की बात कर रहा था

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उन्होंने कहा, आज जिस तरह से यह फैसला लिया गया उसमें यह भी नहीं सोचा गया कि वहां अस्‍पताल में समुचित व्‍यवस्‍था है या नहीं, राशन पानी की सुविधा है या नहीं.जिस बात का डर था, वहीं हुआ. 57 पन्‍नों का यह बिल लाया गया है और आनन-फानन में पास कराने की कोशिश की जा रही है. आज भारत के नक्‍शे से एक स्‍टेट खत्‍म हो गया है.

गुलाम नबी आजाद ने कहा, कानून से इंटीग्रेशन नहीं होता, यह दिल से होता है. जम्‍मू-कश्‍मीर की शुरुआत प्रधानमंत्री से हुई थी. हमने वहां चीफ मिनिस्‍टर बनाया, अब आपने जम्‍मू-कश्‍मीर को लेफ्टिनेंट गवर्नर के हवाले कर दिया. कश्‍मीर दुनिया में अपनी खुबसूरती के लिए जाना जाता है. आपने एक राज्‍य के इतिहास को मसल दिया है.