नई दिल्ली:
अहमदाबाद गुजरात का दिल है। हालांकि अहमदाबाद एक मेट्रो पॉलिटन शहर है , कई शिक्षण संस्थानों का गढ़ है और गुजरात का प्रमुख आर्थिक केंद्र है इस सबके बावजूद यह राज्य की अनोखी सांस्कृति विरासत का प्रतिबिंब भी है।
इतना ही नहीं अहमदाबाद भारत का एक महान इतिहास भी संभाले हुए है। यह शहर देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के साथ अपने जुड़ाव के लिए मशहूर है। साबरमती आश्रम इसकी पहचान है जो आज भी अपनी खूबसूरती से लोगों को आकर्षित करता है। गुजरात की मिट्टी में गांधी के होने की खुशबू आती है।
अहमदाबाद का अक्षरधाम मंदिर देश भर में प्रसिद्ध है और अपने विशाल इतिहास का दर्शन कराता है। दिल्ली का अक्षरधाम मंदिर इसी मंदिर की तर्ज पर बनाया गया था। गुजरात का अक्षरधाम मंदिर आंतकवादी हमले का भी शिकार (24 सितंबर 2002 में) रहा है। जब बंदूकधारी आतंकियों ने कई श्रद्धालुओं को मौत के घाट उतार दिया था।
अहमदाबाद शहर में उत्कर्ष्ठ मुगल कारीगरी का उदाहरण भी समेटे हुए है। शहर के बाहर सरखेज रोज़ा गुजराती सल्तनत की एक मंत्रमुग्ध कर देने वाली विरासत है और एक सुखद अनुभूति कराता है।
इसके साथ ही नाल सरोवर, सर्दियों के दिनों में हज़ारों प्रवासी पक्षियों को सुकून प्रदान करता है।
अडालज की बावड़ी, एक ऐसा सीढ़ीदार कुँआ (बावड़ी) है जो वास्तव में एक बड़े भवन के रूप में निर्मित है। दूर-दराज से बड़ी संख्या में लोग गुजरात के अडालज गाँव में इस कुएं को देखने आते हैं।