मिशन 2022 को फतह करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (bjp)ने कमर कस ली है. जिस भी राज्य में 2022 में विधानसभा चुनाव है.. वहां पार्टी ऐडी-चोटी का जोर लगा रही है. चाहे इसके लिए पार्टी को बड़े ही फैंसले क्यों न लेने पड़ रहे हों. राजनीतिक सूत्रों का मानना है कि राज्यों के मुख्यमंत्री बदलने के पीछे ये एक बड़ी वजह मानी जा रही है. क्योंकि पार्टी किसी भी सूरत में हार का मूंह नहीं देखना चाहती. पार्टी ने जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं, वहां संगठन का गठन करने में भी कोई देरी नहीं की है. ज्यादातर राज्यों में बूथ स्तर तक संगठन की घोषणा हो चुकी है. गुजरात के सीएम विजय रुपाणी (Gujarat CM Vijay Rupani)का अचानक स्तीफा देने के पीछे की वजह आधिकारिक रुप से तो कोई सामने नहीं आई है. पर पार्टी के नेता दबी जुबान से खराब प्रदर्शन ही मानकर चल रहे हैं.
गौरतलब है कि पिछले दिनों भी बीजेपी ने कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बदला है. मुख्यमंत्री बदलने की शुरुवात उत्तराखंड से हुई थी. सबसे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाकर तीरथ सिंह रावत को राज्य की गद्दी सौंपी थी. लेकिन महज तीन माह में ही तीरथ सिंह रावत को हटाकर पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बना दिया गया. इसके पीछे वजह चाहे जो रही हो. लेकिन 2022 का चुनाव अहम वजह मानी जा रही है. इसके बाद हाल ही में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की जगह बसवराज बोम्मई को सीएम पद की जिम्मेदारी दी गई है. ताजा मामला गुजरात का है. यहां भी राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने स्तीफा दे दिया है. नये सीएम के नाम पर अभी मोहर तो नहीं लगी है. लेकिन कुछ ही देर में गुजरात को भी नया मुख्यमंत्री मिल जाएगा.
6 राज्यों में होने हैं अगले साल विधानसभा चुनाव
आपको बता दें कि 2022 में देश के 6 राज्यों में विधान सभा चुनाव होने हैं. जिसके लिए सभी पार्टियों ने मतदाताओं को लुभाना शुरु कर दिया है. देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की विधानसभा का कार्यकाल भी मई 2022 को ही समाप्त हो रहा है. इसके अलावा उत्तराखंड, पंजाब, गोवा, मणिपुर की विधानसभाओं का कार्यकाल मार्च 2022 में समाप्त हो रहा है. गुजरात का विधानसभा चुनाव भी अगले साल होना तय है. मुख्यमंत्री विजय रुपाणी (Gujarat CM Vijay Rupani) के स्तीफे को चुनाव से जोड़कर ही देखा जा रहा है. सूत्रों के अनुसार पार्टी आलाकमान अगले साल जिन राज्यों में चुनाव है वहां इंटरनल सर्वे करा रही है. कार्यकर्ताओं का जिस स्थानीय नेता से भरोसा कम हुआ है. वहां बदलाव किया जा रहा है. फिलहाल विजय रुपाणी के उत्तराधिकारी को लेकर भी अटकलें बढ़ने लगी हैं.
HIGHLIGHTS
- अभी तक तीन राज्यों में मुख्यमंत्री बदल चुकी है बीजेपी
- मिशन 2022 को हर हाल में फतह करना चाहती है पार्टी
- आज गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने दिया स्तीफा