logo-image

OTT प्लेटफॉर्म के नियम लगभग तैयार, केंद्र सरकार जल्द ही जारी करेगी दिशा निर्देश

सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान बताया कि ओटीटी (ओवर द टॉप) प्लेटफार्म पर दिखाई जाने वाली सामग्री को लेकर कई शिकायतें मिल रही हैं और इसके नियमन के बारे में सुझाव भी मिले हैं.

Updated on: 09 Feb 2021, 11:56 PM

नई दिल्ली :

सरकार ने मंगलवार को कहा कि ओटीटी प्लेटफॉर्म के नियमन के लिए जल्द ही दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे जिससे संवेदनशील सामग्री जैसे मुद्दों का समाधान होगा. सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान बताया कि ओटीटी (ओवर द टॉप) प्लेटफार्म पर दिखाई जाने वाली सामग्री को लेकर कई शिकायतें मिल रही हैं और इसके नियमन के बारे में सुझाव भी मिले हैं. सरकार ने मंगलवार को कहा कि ओटीटी प्लेटफॉर्म के नियमन के लिए जल्द ही दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे जिससे संवेदनशील सामग्री जैसे मुद्दों का समाधान होगा. 

यह भी पढ़ें : प्रशांत भूषण ने शेयर किया कंगना की शूटिंग का वीडियो, तजिंदर बग्गा ने कह दी ये बड़ी बात

दरअसल, सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान बताया कि ओटीटी (ओवर द टॉप) प्लेटफार्म पर दिखाई जाने वाली सामग्री को लेकर कई शिकायतें मिल रही हैं और इसके नियमन के बारे में सुझाव भी मिले हैं. इसे एक महत्वपूर्ण विषय बताते हुए जावड़ेकर ने कहा कि इसके संबंध में दिशानिर्देश तैयार किए जा चुके हैं और जल्द ही उन्हें लागू किया जाएगा. 

यह भी पढ़ें : हम सबके हैं राम, अल्ला और भगवान में फर्क करेंगे तो देश टूट जाएगा: अब्दुल्ला

इससे पहले भाजपा के महेश पोद्दार ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान इंटरनेट बेहद उपयोगी ऑनलाइन मंच के रूप में उभरा है और मनोरंजन के लिए ओटीटी प्लेटफार्म की लोगों तक पहुंच बढ़ी है. उन्होंने कहा ‘‘लेकिन इसमें दिखाई जाने वाली सामग्री और उसकी भाषा आपत्तिजनक होती है. इस मंच का नियमन किया जाना चाहिए.’’ पूरी दुनिया में नेटफ्लिक्स, अमेजॅन प्राइम और हॉटस्टार (डिज्नी प्लस) सहित कम से कम 40 ओटीटी प्लेटफॉर्म हैं.

यह भी पढ़ें : वैक्सीन कूटनीति के साथ सहयोगी देशों का दिल जीतने में लगा भारत

इसे एक महत्वपूर्ण विषय बताते हुए जावड़ेकर ने कहा कि इसके संबंध में दिशानिर्देश तैयार किए जा चुके हैं और जल्द ही उन्हें लागू किया जाएगा. इससे पहले भाजपा के महेश पोद्दार ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान इंटरनेट बेहद उपयोगी ऑनलाइन मंच के रूप में उभरा है और मनोरंजन के लिए ओटीटी प्लेटफार्म की लोगों तक पहुंच बढ़ी है.

यह भी पढ़ें : कासगंज में 'कानपुर पार्ट-2', शराब माफिया का पुलिस पर जानलेवा हमला, सिपाही की मौत

दरअसल, हाल के कुछ दिनों में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर कुछ विवादित वेबसीरीज की वजह से इस प्लेटफॉर्म को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे थे. कुछ वेबसीरीज तो सबसे ज्यादा विवादों में  रही थी. बता दें कि जिस तरह से फिल्मों के लिए सेंसरशिप की संस्था है. जो सिनेमाघरों में फिल्म रिलीज होने से पहले प्रमाण पत्र जारी करती है.