गुरुवार को उत्तर भारत के कई रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाए जाने वाले धमकी भरा पत्र मिलने के बाद शुक्रवार को राजस्थान के जोधपुर की जीआरपी अधीक्षक ममता विश्नोई ने आरपीएफ के साथ मिलकर संयुक्त जांच अभियान चलाया जबकि अभी तक इस जांच में उन्हें कोई संदिग्ध वस्तु, लावारिस सामान या फिर कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली, उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि, 'जैश-ए-मोहम्मद के धमकी वाले पत्र में बाद पंजाब और राजस्थान रेलवे स्टेशन को निशाना बनाने की धमकी दी गई थी. इस पत्र के मिलने के बाद हमने रेलवे स्टेशनों पर संदिग्ध तत्वों की खोज और जांच के लिए RPF के साथ एक संयुक्त अभियान शुरू किया. इस अभियान में हमें अभी तक कोई संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति नहीं मिला.
इसके पहले गुरुवार को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने पत्र भेजकर रेवाड़ी सहित उत्तर भारत के प्रमुख रेलवे स्टेशनों को निशाना बनाने की धमकी दी थी. आतंकी संगठन ने 13 मई को इन स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी दी थी. आपको बता दें कि गुरुवार को डीआरएम फिरोजपुर के नाम डाक द्वारा भेजा गया एक पत्र मिला था, जिसमें जयपुर मंडल के रेवाड़ी रेलवे जंक्शन का भी नाम शामिल था. इसके बाद जीआरपी, आरपीएफ व जिला पुलिस भी अलर्ट हो गई.
स्टेशन की सुरक्षा को चाक चौबंद करने के लिए रेवाड़ी डीएसपी जितेंद्र कुमार ने स्टेशन अधीक्षक, आरपीएफ, जीआरपी, सिटी एसएचओ व रेल वॉर्डन सदस्यों की विशेष बैठक आरपीएफ थाना में बुलाई गई. इस बैठक के बाद डीएसपी जितेंद्र कुमार ने रेलवे स्टेशनों का दौरा भी किया. आपको बता दें कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के इस धमकी भरे पत्र के मिलने के बाद उत्तर भारत में सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं. इस पत्र में 13 मई को राजस्थान के जयपुर, रेवाड़ी, बीकानेर, जोधपुर, गंगानगर के साथ राजस्थान के मिलिट्री बेस, बस अड्डे और मंदिरों के साथ फिरोजपुर, फरीदकोट, बरनाला, अमृतसर, जालंधर रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है.